49 वर्षीय इशाक बताते हैं कि जैसा कि आम किसानों के बारे में सब जानते हैं, उनका परिवार भी आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा था। इसी वजह से वे 12 से ज्यादा नहीं पढ़ सके। पिता ने खेती मे हाथ बंटाने गांव बुला लिया। शुरुआत में खेती में रुचि नहीं थी। बिजनेस करना चाहते थे, लेकिन आज बिजनेसमैन उन्हें प्रभावित हैं।