अपूर्वा भारत लौट आईं और यूपीएससी के साथ-साथ यूपी पीसीएस (UP PCS) की तैयारी में भी जुट गईं। तीन बार उन्हें असफलता मिली लेकिन चौथे प्रयास में साल 2016 में उन्होंने 13वीं रैंक हासिल कर अपने इरादे जता दिए। वह मैनपुरी की पहली महिला एसडीएम बनीं और कार्यशैली को लेकर जल्दी ही जनता तक पहुंच बना लीं।