आखिर तक यही लगता रहेगा, तैयारी पूरी नहीं हुई
इस परीक्षा की आप कितनी भी तैयारी कर लें, आखिर तक यही लगता रहेगा कि तैयारी पूरी नहीं हुई है। अभी बहुत कुछ और पढ़ना था। काश, कि कुछ दिन और मिल जाते। सच पूछिये तो इस तरह की इच्छाओं का अपने-आप कभी अंत नहीं होता है। हमें ही इनका अंत करना होता है, और आपको भी करना चाहिए।