आईएएस बनने से पहले रेनू राज डॉक्टर थीं। केरल के कोल्लम जिले के कल्लुवथुक्कल में एएसआई अस्पताल में वह काम करती थीं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि डॉक्टरी करते-करते ही उनके मन में आईएएस अफसर बनने का ख्याल आया था। उन्हें लगता था कि एक आईएएस बनकर वह हजारों लोगों की जिंदगियां बदल सकती हैं।