देवताओं ने मनाया दीपोत्सव
महाभारत की एक प्रसिद्ध किस्सा है। कर्णपर्व में तरकाक्ष, कमलाक्ष और विद्युन्माली नाम के तीन राक्षस भाई रहते थे, जिन्हें त्रिपुरासुर राक्षस कहा जाता था। उनके सोने, चांदी और लोहे से तीन नगर बने हुए थे। इन नगरों को त्रिपुर कहा जाता था। भगवान ब्रह्मा के आशीर्वाद से त्रिपुरासुर शक्तिशाली हो गए थे और देवता उनसे परेशान रहते थे। एक बार इन राक्षसों से त्रस्त होकर देवता भगवान शंकर के पास पहुंचे और उनसे त्रिपुरासुर के अंत की प्रार्थना की। देवताओं की विनती स्वीकार करते हुए भगवान शिव ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन त्रिपुरासुर का वध कर दिया और तभी से उन्हें त्रिपुरारि या त्रिपुरांतक नाम से जाना जाने लगा। राक्षसों के अंत से देवता प्रसन्न हो गए और उन्होंने स्वर्ग लोक में दीपोत्वस मनाया। तभी से हर साल कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली का त्योहार मनाया जाता है।