मुंबई. स्पीरिचुअल गुरु ओशो रजनीश (osho rajneesh) की आज 31वीं की डेथ एनिवर्सरी है। 19 जनवरी, 1990 को उनका निधन पुणे में हुआ था। ओशो रजनीश का जन्म मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के कुचवाड़ा गांव में हुआ था। ओशो शब्द लैटिन भाषा के शब्द ओशोनिक से लिया गया है, जिसका अर्थ है सागर में विलीन हो जाना। 1960 के दशक में वे आचार्य रजनीश के नाम से एवं 1970-80 के दशक में भगवान श्री रजनीश नाम से और 1989 से ओशो के नामे से जाने गए। यूं तो उनके सैकड़ों अनुयायी रहे लेकिन बॉलीवुड एक्टर विनोद खन्ना (vinod khanna) भी इनके प्रभावों से अछूते नहीं रहे। विनोद भी अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन उनकी मौत के करीब 2 साल बाद उनके बेटे अक्षय खन्ना (akshaye khanna) ने इस राज से पर्दा उठाया था कि आखिर क्यों पापा पत्नी और बच्चों को छोड़कर संन्यासी बन गए थे।