रेखा का जीजा है ये एक्टर, पिता की मौत के बाद कंधों पर आई जिम्मेदारी तो बन गया खूंखार 'विलेन'
मुंबई। बॉलीवुड में कंजी आंखों वाले एक्टर तेज सप्रू ने कई फिल्मों में विलेन का किरदार निभाया है। फिर चाहे 1989 में आई फिल्म 'त्रिदेव' में अमरीश पुरी के बेटे गोगा का किरदार हो, या 1994 में आई 'मोहरा' में गुंडे इरफान का, तेज सप्रू को लोग उनकी एक्टिंग की वजह से आज भी जानते हैं। 5 अप्रैल, 1955 को मुंबई में जन्में तेज सप्रू रिश्ते में रेखा के जीजा लगते हैं। वो रेखा की सबसे छोटी बहन धनलक्ष्मी के पति हैं। तेज सप्रू और धनलक्ष्मी की 25वीं वेडिंग एनिवर्सरी पर रेखा दोनों के साथ नजर आई थीं।
Asianet News Hindi | Published : Apr 4, 2020 5:08 PM IST / Updated: Apr 06 2020, 11:46 AM IST
तेज सप्रू के मुताबिक, मेरे पिता डीके सप्रू, मां हेमवती और बहन प्रीती सप्रू सभी का हिंदी सिनेमा से ताल्लुक है। इसलिए एक्टिंग मुझे विरासत में मिली। मशहूर विलेन जीवन मेरे चाचा हैं। तेज सप्रू की दिलचस्पी एक्टिंग नहीं बल्कि क्रिकेट-बैडमिंटन में थी।
एक इंटरव्यू में तेज सप्रू ने बताया था कि जब वो शूटिंग पर जाते थे तो उनका मन स्पोर्ट्स में ही लगा रहता था। एक दिन पिता जी ने कहा, रविकांत को फिल्म 'सुरक्षा' के लिए एक हीरो चाहिए। एक मिथुन है, दूसरा हीरो नहीं मिला, तू जा के मिल ले। फिर मैं अपने जीजा राकेश नाथ के साथ उनसे मिलने गया। डायरेक्टर मुझे दूर से देखते ही बोले कि यही होगा मेरी फिल्म का हीरो। वहीं से एक्टिंग का सफर शुरू हो गया।''
''एक दो फिल्म में हीरो बनने के बाद मुझे विलेन बनने का ऑफर आने लगा। 1979 जून में फिल्म 'सुरक्षा' रिलीज हुई और अक्टूबर में पिता जी की तबियत खराब हो गई।''
''मैं पिता के पास रहने लगा। उन्हें कैंसर हो गया था। उनका ऑपरेशन हुआ और वो घर आ गए। मुझसे कहा- आज रात तेरी फिल्म देखने चलूंगा। उस दिन 20 अक्टूबर था, हम दीवाली पूजन के लिए बाहर गए थे। घर लौटे तो पिता की सांसे बंद हो चुकी थी।''
''उनके देहांत के बाद फैमिली की जिम्मेदारी मेरे कंधों पर आ गई। उस समय पैसा बहुत कम मिलता था और परिवार बड़ा था। इसलिए उस समय मुझे जो भी रोल मिले, वो करता चला गया। ज्यादातर विलेन के ही रोल मिलते रहे। आज भी मुझे उस बात का मलाल है कि पिताजी उस रात मेरी फिल्म नहीं देख पाए।''
तेज सप्रू के मुताबिक, मैंने आज तक हर मूवी में खुद एक्शन किया। चाहे तीन माले से गिरना हो या आग में कूदना। लेकिन इसका एक नुकसान ये हुआ कि जो मेरे बराबर के थे, मुझे उनका बेटा बनकर एक्शन करना पड़ा।
''प्रेम चोपड़ा, परेश रावल, गुलशन ग्रोवर, मैंने सबके बेटे का रोल किया। क्योंकि वो लोग सफेद बाल लगा के खड़े हो जाते थे, ताकि एक्शन न करना पड़े। इसीलिए मैंने हिंदी फिल्में छोड़ दीं। अब टेलीविजन इंडस्ट्री काफी बड़ी हो गई है, मुझे यहां अच्छे रोल मिल रहे हैं। मैं अपने करियर से पूरी तरह खुश हूं। सबसे बड़ी बात ये है कि इंडस्ट्री का मैं इकलौता एक्टर हूं, जिसने 13 भाषाओं में फिल्में की हैं।''
बता दें कि तेज सप्रू ने रेखा की छोटी बहन धनलक्ष्मी से शादी की है। उनकी एक बेटी है, जिसका नाम आकांक्षा है।
तेज सप्रू की दो बहने हैं। एक बहन का नाम प्रीती सप्रू है, जबकि दूसरी बहन का नाम रीमा है। रीमा की शादी प्रोड्यूसर राकेशनाथ के साथ हुई है। उनके बेटे का नाम करन नाथ है, जो कि तेज सप्रू के भांजे हैं।
वहीं तेज सप्रू की एक और बहन प्रीति की शादी आर्किटेक्ट उपवन सुदर्शन अहलूवालिया से हुई है। उनकी दो जुड़वां बेटियां हैं, जिनके नाम रिया और रिनी हैं।