लता मंगेशकर तब केवल 13 साल की थीं, जब सिर से पिता का साया छिन गया। उनके कंधे पर परिवार की जिम्मेदारियां आ गईं। जिसकी वजह से वो स्कूल नहीं जा पाई। उन्होंने इंटरव्यू में बताया था कि वो केवल 2 दिन ही स्कूल गई थी। इसके बाद लता नाटकों और प्रोग्राम में काम करने लगीं ताकि घर चला सकें।