सोनू सूद से शख्स बोला, बिहार में उनकी मूर्ति बनवाने की तैयारी, एक्टर ने कहा- उस पैसे से किसी..

मुंबई। कोरोना लॉकडाउन के चलते मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद कर रहे सोनू सूद  की लोग दिल खोलकर तारीफ कर रहे हैं। सोनू सूद उन मजदूरों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं हैं, जिन्हें उन्होंने बसों से उनके गांव तक सुरक्षित भिजवाया है। लोग अब भी सोशल मीडिया पर सोनू से मदद मांग रहे हैं और वो बराबर रिस्पांस दे रहे हैं। संकट की इस घड़ी में लोग सोनू की खूब तारीफ कर रहे हैं। 

 

Asianet News Hindi | Published : May 25, 2020 1:31 PM IST / Updated: May 25 2020, 07:09 PM IST

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सोनू सूद से शख्स बोला, बिहार में उनकी मूर्ति बनवाने की तैयारी, एक्टर ने कहा- उस पैसे से किसी..

हाल ही में एक शख्स ने सोनू सूद की दरियादिली से खुश होकर ट्वीट किया। शख्स ने उन्हें बताया कि वो जिस तरह काम कर रहे हैं, उससे खुश होकर लोग बिहार के सिवान जिले में उनकी मूर्ति बनवाने की तैयारी कर रहे हैं। 

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इस पर सोनू सूद ने उस शख्स का रिप्लाइ करते हुए कहा "भाई उस पैसे से किसी गरीब की मदद करना।" सोनू सूद की इस जवाब पर भी लोग खूब रिएक्ट कर रहे हैं। किरन जैन ने लिखा, इंसानों को भगवान बनाने की कोशिश मत करो..करना है तो इंसानियत की मदद करो..जो अब सोनू जी कर रहे हैं। 

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वहीं जितेन्द्र परिहार नाम के शख्स ने लिखा, इससे अच्छा तो ये है कि सोनू सूद को बिहार का अगला मुख्यमंत्री बनाने का अभियान चला दो। वहीं, एक शख्स बोला, नहीं अभी समय मूर्ति बनवाने का नहीं है। अभी उस पैसे से किसी गरीब की मदद करने का है।

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बता दें कि कर्नाटक के मजदूरों को घर पहुंचाने के बाद सोनू सूद ने दूसरे राज्यों के मजदूरों की मदद का जिम्मा उठाया है। हाल ही में उन्होंने यूपी, बिहार और झारखंड के प्रवासी मजदूरों से भरी बसों को मुंबई से रवाना किया। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकारों से बकायदा परमिशन भी ली थी। इस काम में उनकी दोस्त नीति गोयल ने भी उनका साथ दिया।

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सोनू सूद के मुताबिक, इन प्रवासियों को अपने घरों से दूर सड़कों पर इस तरह बेबस घूमते देख मुझे बेहद दुख हुआ। मैं इन प्रवासियों को तब तक घर भिजवाता रहूंगा जब तक कि आखिरी शख्स अपने परिवार वालों से ना मिल जाए। मैं इसके लिए अपना सबकुछ लगा कुछ दूंगा।

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बता दें कि सोनू ने हाल ही में मुंबई में फंसे कर्नाटक के 350 से ज्यादा मजदूरों की मदद की थी और उन प्रवासी मजदूरों को गुलबर्गा पहुंचाया था। इसके लिए उन्होंने 10 बसों का इंतजाम अपने खर्च पर किया था। इससे पहले भी सोनू सूद ने पुलवामा अटैक सर्वाइवर्स को जिम और साइकिल भेंट की थी। वो कई एसिड अटैक सर्वाइवर्स की भी मदद कर चुके हैं।

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