जब प्यार की खातिर मुकेश अंबानी ने लग्जरी कार छोड़ नीता के साथ खटारा बस में किया सफर, लव स्टोरी
मुंबई। देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की शादी को 35 साल हो चुके हैं। 8 मार्च, 1985 को शादी के बंधन में बंधे मुकेश और नीता अंबानी की लव-स्टोरी बेहद दिलचस्प है। यहां तक कि अपने प्यार को साबित करने के लिए मुकेश अंबानी ने अपनी लग्जरी कार को छोड़कर मुंबई की खटारा बस तक में सफर किया था। बाद में नीता मुकेश अंबानी की इस सादगी से बेहद इम्प्रेस हुईं और मुकेश को लेकर उनके दिल में प्यार बढ़ता गया। फाइनली दोनों ने अपने पेरेंट्स से बात करके शादी का फैसला किया। इस पैकेज में हम बता रहे हैं मुकेश और नीता अंबानी की इंटरेस्टिंग लव स्टोरी के बारे में।
Asianet News Hindi | Published : Mar 9, 2020 11:27 AM IST / Updated: Mar 11 2020, 01:00 PM IST
दरअसल, नवरात्रि के मौके पर मुंबई के बिरला मातोश्री में नीता को सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए बुलाया गया। उस कार्यक्रम में कई लोगों के बीच मुकेश के पिता धीरूभाई अंबानी और मां कोकिलाबेन भी पहुंची थीं। उन्हें नीता का डांस बहुत अच्छा लगा। कार्यक्रम खत्म हो गया और धीरूभाई-कोकिला बेन अपने घर वापस लौट आए।
अगले दिन धीरूभाई अंबानी ने नीता के घर पर फोन लगाया। फोन नीता ने उठाया तो दूसरी तरफ से आवाज आई, मैं धीरूभाई अंबानी बोल रहा हूं। इतना सुनते ही नीता ने रॉन्ग नंबर कहकर फोन काट दिया। थोड़ी देर बाद फिर फोन बजा और दूसरी तरफ से आवाज आई, मैं धीरूभाई अंबानी बोल रहा हूं, क्या मैं नीता से बात कर सकता हूं? इस बार नीता ने जवाब दिया, अगर आप धीरूभाई अंबानी है तो मैं एलिजाबेथ टेलर बोल रही हूं, और फोन एक बार फिर फोन काट दिया।
कुछ देर बाद एक बार फिर फोन की घंटी घनघनाई लेकिन इस बार फोन नीता के पापा ने उठाया। सामने से धीरूभाई अंबानी की आवाज सुनकर उन्होंने नीता को बुलाया और कहा, फोन पकड़ो और विनम्रता के साथ बात करना, क्योंकि फोन पर सच में धीरूभाई अंबानी ही हैं।
इसके बाद नीता ने फोन लिया और कहा, जय श्री कृष्ण। इतने में दूसरी तरफ से आवाज आई, मैं आपको अपने ऑफिस में आने का न्योता दे रहा हूं। इसके बाद नीता थोड़ा घबराई, लेकिन उनका कहना है कि वो धीरूभाई अंबानी के ऑफिस गईं, ये जानने के लिए कि इतना बड़ा इंसान नीता जैसी 20 साल की लड़की से आखिर क्यों मिलना चाहता है।
अपने पापा के साथ ऑफिस पहुंची नीता और धीरूभाई अंबानी आमने-सामने बैठे। दोनों के बीच बात शुरू हुई। धीरूभाई ने नीता से पूछा, तुम क्या करती हो? इस पर नीता ने जवाब दिया, मैं पढ़ाई करती हूं। फिर दूसरा सवाल तुम्हारा इंट्रेस्ट किसमें है। नीता ने जवाब दिया, डांसिंग और स्विमिंग।
कुछ देर बातचीत होने के बाद धीरूभाई ने नीता से पूछा, क्या तुम मेरे लड़के मुकेश से मिलना चाहोगी। मुझे और मुकेश को मिलाने में पापा ने मैचमेकर की भूमिका निभाई थी। पापा ने मुकेश से मिलने को हां कर दी। 14 नंवबर को नीता ने मुकेश के घर की घंटी बजाई और सामने से सफेद शर्ट और काली पैंट पहने एक लड़के ने दरवाजा खोला। वो मुकेश थे।
दरवाजा खुलते ही नीता की ओर हाथ बढ़ाते हुए मुकेश अंबानी ने कहा- हाय! मैं मुकेश हूं। नीता कहती हैं, मुझे बिल्कुल भरोसा नहीं हो रहा था कि इतना बड़ा इंसान मेरे सामने खड़ा है। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत का सिलासिला चल पड़ा।
नीता के मुताबिक, मुकेश से 6वीं या 7वीं मुलाकात के बाद भी वो सहज महसूस नहीं करती थीं। नीता ने सोच लिया था कि इस बारे में कुछ भी ग्रैजुएशन के बाद ही सोचेंगी।
एक बार नीता और मुकेश कार से मुंबई के पेडर रोड से निकले। उस वक्त शाम के करीब 7 बज रहे थे और ट्रैफिक ज्यादा था। मुकेश की कार एक सिग्नल पर रुकी और तभी मुकेश ने फिल्मी अंदाज में नीता से पूछा, क्या तुम मुझसे शादी करोगी? नीता शरमा गईं और चेहरा नीचे कर मुकेश से गाड़ी चलाने को कहा।
थोड़ी देर बाद सिग्नल खुल गया और पीछे से गाड़ियां हॉर्न बजाने लगीं। हालांकि मुकेश अंबानी ने कहा, जब तक तुम जवाब नहीं दोगी, तब तक मैं गाड़ी आगे नहीं बढ़ाऊंगा। काफी सोच-विचार के बाद नीता ने कहा- यस.. आई विल.. आई विल। यहीं वो मौका था, जब पहली बार मुकेश ने नीता को प्रपोज किया और नीता का हां में सुना।
इसके बाद नीता ने थोड़ी दूरी पर गाड़ी रुकवाई और मुकेश को गाड़ी से बाहर निकलने को कहा। जब वो बाहर आए तो नीता ने उनसे कहा कि आप अमीर हैं और मैं इतनी गरीब। अगर आप वाकई मुझसे प्यार करते हैं तो आपको मेरे साथ बेस्ट की बसों में सफर करना होगा।
यह सुनकर मुकेश अंबानी ने फौरन हां कर दिया और दोनों बस की सबसे आगे वाली सीट पर बैठ कर जुहू बीच तक साथ गए। मुकेश की सादगी देख नीता बेहद इंप्रेस हुईं और मुकेश के प्रति उनके दिल में प्यार और बढ़ गया।
अगले दिन मुकेश ने यह बात अपने पिता धीरूभाई अंबानी को बताई कि वो नीता से शादी करना चाहते हैं। फिर क्या, धीरूभाई ने नीता के पिता से रिश्ते की बात की और सामने से जवाब हां में आया। कुछ दिनों बाद 8 मार्च, 1985 को नीता हमेशा-हमेशा के लिए मुकेश अंबानी की हो गईं।