उन्होंने बताया कि बच्चों ने ढेर सारे सवाल किए कि आज इस तरह से खाना क्यों खाते हैं। इस ओणम साद्या में अप्पे, इंजी पुली, कनीमांगा अचार, मांगा अचार, वेदुकपुली नारंगा अचार, चमांती, मोरू मलाकू, काया वराथटू, शरकरा वराटी, पप्पाडम, नेन्द्रन पाजहम, सम्बारम, मट्टा चोरू, सांभर, नेई, ओलन, पुलीसेरी, एवियल, मटांगा एरिसेरी, वेल्लारिका पचाडी जैसे और भी कई व्यंजन शामिल थे।