हालांकि उस वक्त राहुल का करियर तेजी से बढ़ रहा था और वो इंडस्ट्री में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहे थे। ऐसे में उन्होंने मनीषा कोइराला से कहीं ज्यादा अपने करियर को तवज्जो दी। उनका ज्यादा वक्त ऑडिशन, स्क्रीनिंग, डिस्कशन में ही बीत जाता था, जिसके चलते वो मनीषा को ज्यादा समय नहीं दे पाते थे। धीरे-धीरे दोनों अलग हो गए।