मुंबई. जानेमाने लेखक और सलमान खान (Salman Khan) के पापा सलीम खान (Salim Khan) 86 साल के हो गए हैं। सलीम खान का जन्म 24 नवंबर,1935 में मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था। सलमान अपने पिता के बेहद करीब है। हालांकि वे आज भी अपने पिता से डरते हैं और बगैर उनकी सहमति के कोई काम नहीं करते। सलीम खान ने बतौर एक्टर तीसरी मंजिल और सरहदी लुटेरा, दीवाना, वफादार जैसी कुछ फिल्मों में काम किया है लेकिन उनकी असली पहचान पटकथा लेखक के तौर पर होती है। खान ने 2 शादियां की हैं। उनका परिवार 3 बेटे, दो बेटियां और 7 नाती-पोते से भरापूर है। उनके दो दामाद अतुल अग्निहोत्री और आयुष शर्मा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सलीम खान के परिवार ने हर मजहब के मेंबर है। हिंदू, सिख, ईसाई सभी उनकी फैमिली का हिस्सा है। नीचे पढ़े सलीम खान के फैमिली मेंबर्स के बारे में...
सलीम ने अपनी लाइफ में दो शादियां की। पहली शादी उन्होंने सुशीला चरक से की और दूसरी बॉलीवुड की कैबरे डांसर हेलन से। सुशीला ने शादी के बाद अपना सलमा खान रक लिया था।
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सलीम खान के 3 बेटे है सलमान खान, अरबाज खान और सोहेल खान। इनमें सलमान ही एकमात्र ऐसे है जिन्हें बॉलीवुड में सफलता मिली। बाकी दोनों बेटों का एक्टिंग करियर खास नहीं रहा। अरबाज ने मलाइका अरोड़ा से शादी की थी हालांकि, उनका तलाक हो गया। मलाइका क्रिश्चियन है। वहीं सोहेल ने सीमा सचदेवा से शादी है। सीमा पंजाबी है।
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सलीम की दो बेटियां अलवीरा और अर्पिता खान। दोनों ही बेटियां सलीम के बेहद करीब है। वैसे, आपको बता दें कि अर्पिता, सलीम की गोद ली बेटी है। उन्होंने पत्नी हेलन के साथ अर्पिता को गोद लिया था।
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सलीम खान की बड़ी बेटी अलवीरा ने एक्टर-डायरेक्टर अतुल अग्निहोत्री से शादी की है। वहीं, छोटी बेटी अर्पिता ने एक्टर आयुष शर्मा को अपना लाइफ पार्टनर बनाया है। उनकी दोनों ही बेटी के 2-2 बच्चे हैं।
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सलीम 3 पोतों के दादा है। इनमें में अरबाज खान का बेटे अरहान और सोहेल खान के बेटे निर्माण और असलम खान है। वहीं, वे 4 नाती-नातिन के नाना भी है। बेटी अलवीरा के दो बच्चे है अलिजेह अग्निहोत्री, अयान अग्निहोत्री। वहीं, अर्पिता के दो बच्चे है आहिल और आयत।
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बता दें कि कम उम्र में माता-पिता का निधन होने के बाद सलीम के भाई ने पढ़ाई में उनकी मदद की। उन्होंने अपनी बीए की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के साथ- साथ सलीम स्पोर्ट्स में भी काफी अच्छे थे, इसके साथ ही वो ट्रेंड पायलट भी थे। सलीम दिखने में भी अच्छे थे और इसके चलते अक्सर उनके क्लासमेट उन्हें एक्टर बनने की सलाह देते थे।
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फिल्म डायरेक्टर के. अमरनाथ ने सलीम खान के देखा और उनके लुक्स से इंप्रेस होकर फिल्म बारात में उन्हें सपोर्टिंग रोल के लिए साइन कर लिया, जिसके लिए उन्हें 1000 रुपए साइनिंग अमाउंट जबकि फिल्म में शूटिंग के समय तक 400 रुपए मासिक सैलरी ऑफर की गई। सलीम ने यह ऑफर स्वीकार कर लिया और मुंबई शिफ्ट हो गए।
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सलीम को फिल्मों में सपोर्टिंग एक्टर के रोल मिलते थे और इस दौरान उन्होंने बी- ग्रेड फिल्मों में भी काम किया। कई फिल्मों में सलीम का रोल इतना छोटा होता था कि उन्हें क्रेडिट तक नहीं दिया जाता था। 1970 तक उन्होंने 14 फिल्मों में काम किया। करीब 25 फिल्मों में काम करने के बाद उन्हें अहसास हुआ कि वो एक्टर नहीं बन सकते। इसके बाद उन्होंने स्क्रीन राइटिंग पर फोकस किया और अपनी अलग पहचान बनाई।
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सलीम खान ने जावेद अख्तर के साथ मिलकर कई ब्लॉकबस्टर फिल्में लिखी। जोड़ी ने जंजीर, दीवार, शोले, सीता और गीता, डॉन, हाथी मेरे साथी, यादों की बरात, त्रिशूल, दोस्ताना, क्रांति, मि. इंडिया, काला पत्थर, ईमान धरम, शान जैसी फिल्में को लिखा था।