श्वेता ने कहा था- मुझे नहीं पता कि यह बयान कैसे आया क्योंकि, दो महीने तक मुझे न तो किसी वेबसाइट को देखने की इजाजत थी और न ही अखबार पढ़ने की। यह सब मुझे बाहर आकर पता चला, जिसने भी मेरा यह बयान बनाया और सब जगह फैलाया, वह मेरी छवि को खराब करने के लिए था।