दिव्या ने कहा,‘हां हूं, तो ?? तुम्हें क्या? शट अप, मुंह बंद रखो अपना। और ऐसे ओब्सेस्ट बनना बंद करो, महिलाओं को इस नजर से देखना बंद करो। एक औरत में देखने के लिए और भी बहुत कुछ होता है। कभी तुमने महिलाओं की स्माइल देखी है? कभी उनकी आंखें देखी हैं? नहीं ! माफ करना तुमसे बहुत ज्यादा उम्मीद कर ली। बेहुदा… और यहां पोस्ट करना बंद करो।’