Published : Mar 29, 2020, 05:31 PM ISTUpdated : Mar 29, 2020, 05:33 PM IST
दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़). कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया खौफ में जी रही है। लॉकडाउन होने के बाद से देश में रोज दिल को झकझोर देने वाली तस्वीरें और खबरें सामने आ रही हैं। आलम यह है कि ये वायरस ऐसी मौत लेकर आ रहा है कि लोग अपनों को कंधा तक नहीं दे पा रहे। ऐसी ही एक दुखद घटना छत्तीसगढ़ से सामने आई है। जहां एक एसएसबी में हवलदार के एक साल के बेटे की बीमारी के चलते मौत हो गई। लेकिन बेबस पिताअपने मासूम बेटे की अंतिम यात्रा में भी शामिल तक नहीं हो पाया।
बता दें क राजुकमार नेताम एसएसबी में हवलदार हैं। वह इस समय भारता-नेपाल नेपाल बॉर्डर पर तैनात हैं। लेकिन देश में लॉकडाउन के चलते वह अपने इकलौते बेटे आदित्य का चेहरा आखिरी बार भी नहीं देख पाए। बेबसी ऐसी कि पिता ने वीडियो कॉल पर अपने बेटे से कहा-आई लव यू बेटा मुझे माफ कर देना में तेरी अंतिम यात्रा में नहीं आ सका।
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वीडियो कॉल कर अपने परिजनों से रोते हुए पिता राजकुमार बोला-में कितना अभागा बाप हूं जो बेटे को आखिरी बार भी नहीं देख पाया। जाऊं तो आखिर कैसे जाऊं उसको देखने। ना तो बस हौ और ना ही कोई ट्रेन चल रही है। मेरी मजबूरी किसको बताऊं। यहां तो मोबाइल पर नेटवर्क भी नहीं मिलता। मजबूर बाप अपने इकलौते बेटे आदित्य की अंतिम यात्रा वीडियो कॉलिंग के जरिए देखता रहा और रोता रहा। तस्वीर में दिखाई दे रहे मृतक बच्चे के परिजन विलाप करते हुए।
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बता दें कि एसएसबी जवान राजकुमार का बेटा आदित्य को ट्यूमर की बीमारी थी। जहां उसका इलाज भी चल रहा था। कुछ दिन पहले बेटे को वह इलाज के लिए हैदराबाद भी ले गए थे। जहा वह ठीक भी हो गया था। लेकिन अचानक लेकिन, गुरुवार को उसकी अचानक मौत हो गई। तस्वीर में दिखाई दे रहे मृतक बच्चे के परिजन विलाप करते हुए।
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विलाप करने वाली ऐसी ही एक तस्वीर हरियाणा के पानीपत से सामने आई। जहां एक युवक ने अपनी पत्नी और बेटा-बेटी को मारकर खुद ने भी सुसाइड कर ली। कोरोना वायरस की वजह से दूर-दूर बैठकर विलाप करते हुए परिजन।