बता दें कि शहीद रमेश 2015 में सुनीता के साथ शादी हुई थी। दोनों की एक चार साल की बेटी सेजल है। दो भाइयों में रमेश बड़े और संजय जुर्री छोटे हैं। पिता के निधन के बाद रमेश ने अपने परिवार के खर्चे की सारी जिम्मेदारी उठा ली थी। घर में वह अकेले ही कमाने वाले थे, जिनकी सैलरी से परिवार का खर्चा चलता था। घटना के दो दिन पहले ही सुनीता की रमेश से फोन पर बात हुई थी, वह अपने घर से वापस ड्यूटी पर पहुंचे हुए थे। बीजापुर पहुंचने के बाद रमेश ने कहा था कि वह ठीक से आ गए हैं, चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन उसे क्या पता था कि यह उनकी आखिरी बात है। (शहीद की मां)