लंदन से लौटी 23 साल की संक्रमित युवती ने कहा, 'मैं अपनी मातृभूमि को नमन करती हूं'
रायपुर, छत्तीसगढ़. कोरोना से ज्यादा उसका डर लोगों के दिलों में घर कर गया है। यह सही है कि संक्रमण से बचना जरूरी है। जिनकी इम्यूनिटी(रोग प्रतिरोधक क्षमता) कमजोर है, वे संक्रमण से फाइट नहीं कर पाते। लेकिन सावधानी रखें और समय पर इलाज कराएं, तो कोरोना से ठीक हो सकते हैं। यह कहानी भी यहां की मूलवासी 23 साल की एक युवती की है, जो 17 दिन के इलाज के बाद अब स्वस्थ्य होकर घर लौट आई है। युवती लंदन में रहती है। जब वो वहां से लौटी, तो 3-4 दिन बाद उसने एम्स में टेस्ट कराया। उसे कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद भर्ती किया गया था। बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना के मरीज लगातार ठीक हो रहे हैं।
हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले ही युवती ने खुद को अपने घर पर क्वारेंटाइन कर लिया था। इसके बाद 18 मार्च को उसे एम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। तीन दिनों में दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे शुक्रवार को हॉस्पिटल से छुट़्टी दे दी गई। घर लौटने के बाद युवती ने मीडिया से कहा कि कोरोना से डरें नहीं। बस, आप अपना ख्याल रखें..लोगों से दूर रहें..और डॉक्टरों के दिशा-निर्देशों का पालन करें। यह युवती लंदन में संक्रमित हुई थी। युवती ने अपने देश पर गर्व करते हुए कहा कि वो मातृभूमि को नमन करती है। इस मुश्किल घड़ी में भी सरकार और लोगों ने उसका सपोर्ट किया..उसके परिवार के साथ खड़े रहे। युवती ने एम्स के डॉक्टरों के बारे में कहा कि वाकई भारतीय डॉक्टर दुनियाभर से श्रेष्ठ हैं। युवती ने लोगों ने अपील करते हुए कहा कि सभी लॉक डाउन का पालन करें..कोरोना को हराना कठिन नहीं है।
यह तस्वीर उड़ीसा की है। लॉक डाउन का पालन करें। लेकिन सबका ख्याल भी रखें।
यह तस्वीर नई दिल्ली की है। यह तरीका संक्रमण को फैलाता है।
यह तस्वीर गाजियाबाद की है। यहां के लोगों ने पूरे मोहल्ले को क्वारेंटाइन कर लिया है।
यह तस्वीर नई दिल्ली की है। सैनिटाइजेशन के लिए आने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों का स्वागत करें। यही लोग हैं, जो कोरोना के खिलाफ सबसे बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं।
यह तस्वीर नोएडा की है। यह तस्वीर सोशल डिस्टेंसिंग का अच्छा उदाहरण है।