यह मार्मिक घटना 24 अप्रैल को कवर्धा जिले के कोसमंदा गांव में देखने को मिली। जहां 51 साल के कामता प्रसाद साहू का बीमारी के चलते निधन हो गया। इसके बाद चार बेटियां पिता की अर्थी के साथ श्मशान घाट पहुंचीं और बड़ी बेटी ने मुखाग्नि दी। मुखाग्नि के साथ-साथ अंतिम संस्कार की सारी रस्में बेटियों ने ही निभाईं।