एसपी श्रीधर जाधव ने बताया कि जांच में सामने आया है कि जब विराज घायल पड़ा था, तब लड़की के पिता जगदीश काते ने उसके मुंह पर थूक दिया। बताते हैं कि विराज जान बचाने गिड़गिड़ा रहा था, लेकिन आरोपी बार-बार यही कहते रहे कि वो नीची जाति का होकर उनकी बेटी से संबंध कैसे रख सकता है? विराज ने मरने से पहले पुलिस का बयान दिया था कि प्रेमिका के परिजन उसे मरा समझकर छोड़ गए थे। स्थानीय लोगों ने उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। आगे पढ़िए इसकी घटना के बारे में...