राजनांदगांव, छत्तीसगढ़. जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी और दुर्ग से 67 किमी दूर 1600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है मां बांम्बलेश्वरी का मंदिर। इस मंदिर का इतिहास करीब 2200 साल पुराना है। यह डोंगरगढ़ की पहाड़ी पर निर्मित है। यह शब्द राजसी पहाड़ों और तालाबों के कारण पड़ा। डोंगर का अर्थ पहाड़ और गढ़ का मतलब किला होता है। इस मंदिर से कई किवंदतियां जुड़ी हुई हैं। नवरात्र में यहां भारी भीड़ उमड़ती है। यहां शिवजी और हनुमानजी के भी मंदिर हैं। मां बांम्बलेश्वरी मां बगलामुखी का ही रूप हैं। उल्लेखनीय है कि मां बगलामुखी के ही दरबार में भगवान राम ने रावण पर विजयी हासिल करने का आशीर्वाद लिया था।