प्याज की माला पहनते ही नेताजी की हालत हुई खराब, SP से बोले, 'मुझे बचाओ'
रायपुर, छग. प्याज को लेकर देशभर में लोगों के आक्रोश के बीच गजब की पॉलिटिक्स भी चल रही है। MLA विधानसभा में प्याज की माला पहनकर विरोध जताते देखे गए, तो यहां एक बड़ा विचित्र मामला सामने आया है। यह हैं नगर निगम चुनाव में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी कर रहे शंकरलाल वरंदानी। शुक्रवार को वरंदानी नामांकन भरने पहुंचे थे। इस दौरान उनके गले में प्याज की माला लटक रही थी। बात यही पर खत्म नहीं होती। प्याज की माला की सुरक्षा के लिए उनके साथ दो पुलिसवाले भी थे। कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद लोग यह दृश्य देखकर हैरान रह गए। इस दौरान कलेक्ट्रेट में MLA कुलदीप जुनेजा भी मौजूद थे। MLA ने बताया कि शंकरलाल उनके पास मदद की आस लेकर आए थे। शंकरलाल का कहना था कि नामांकन के वक्त उनकी प्याज की माला लूटी जा सकती है। MLA ने बताया कि वे शंकरलाल को एसपी के पास लेकर गए। वहां से उन्हें सुरक्षा के लिए दो पुलिसवाले मिले। शंकरलाल पुलिस सुरक्षा में अपना नामांकन भरने पहुंचे। MLA ने कहा कि उन्होंने शंकरलाल से कहा था कि प्याज लॉकर में रखने की चीज है, उसकी माला पहनकर क्यों घूम रहे हैं? इस बीच रायपुर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार को गंभीरता से इसका कोई उपाय ढूंढना चाहिए।
MLA ने बताया कि वे शंकरलाल को एसपी के पास लेकर गए। वहां से उन्हें सुरक्षा के लिए दो पुलिसवाले मिले। शंकरलाल पुलिस सुरक्षा में अपना नामांकन भरने पहुंचे। MLA ने कहा कि उन्होंने शंकरलाल से कहा था कि प्याज लॉकर में रखने की चीज है, उसकी माला पहनकर क्यों घूम रहे हैं? इस बीच रायपुर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार को गंभीरता से इसका कोई उपाय ढूंढना चाहिए।
इससे पहले बिहार की राजधानी पटना में भी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान पूर्व मिनिस्टर और मौजूदा MLA शिवचंद्र राम प्याज की माला पहनकर गए थे। उन्होंने 3 किलो प्याज की माला बनवाई थी।
पिछले दिनों झारखंड के धनबाद में भी विधानसभा का इलेक्शन लड़ने जा रहे दो प्रत्याशी भी प्याज की माला पहनकर नामांकन भरने पहुंचे थे। ये थे बाघमारा से सपा प्रत्याशी मुजाहिद अंसारी और झरिया से मेराज खान। मेराज भी सपा से इलेक्शन लड़ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि झारखंड हो या देश का कोई दूसरा राज्य..हर जगह प्याज 100 से 120 रुपए किलो तक बिक रही है। अगर सिर्फ रांची की बात करें, तो यहां नासिक से रोजाना 15 ट्रक प्याज आती थी। लेकिन इन दिनों महज 2-3 ट्रक प्याज की पहुंच पा रही है।