उनकी मां प्रीति पटेल कहती हैं कि 'वह कभी नहीं चाहती थीं कि उनका बेटा क्रिकेटर बने', क्योंकि उन्हें डर था कि वह चोटिल न हो जाए। उन्होंने कहा कि 'वह बहुत छोटा था, यहां तक कि उसकी दादी ने भी उसके क्रिकेट खेलने पर आपत्ति जताई थी, लेकिन अक्षर खेलने के लिए जिद्दी था। अब मुझे लगता है कि उसे रोकना नहीं, यह एक सही फैसला था।'