उमेश ने एक दूसरे इंटरव्यू में कहा है कि वो मानसिक रूप से काफी मजबूत हैं। और यही स्पिरिट उन्हें टिकाए हुए है। उमेश एकदिवसीय टीम में नहीं हैं, लेकिन उनके लिए क्रिकेट का कोई फॉर्मेट मायने नहीं रखता। वो क्लब से लेकर इंटनेशनल स्तर तक का मैच खेलने को तैयार रहते हैं। 10 साल में भारत की ओर से 46 टेस्ट और 75 वनडे खेल चुके इस गेंदबाज के लिए क्रिकेट बड़ी चीज है, बाकी चीजों का कोई मतलब नहीं।