1943-44 के दौरान घरेलू क्रिकेट में उन्होंने ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम किया, जो आजतक कोई भी खिलाड़ी तोड़ नहीं पाया है। उन्होंने महज 4 टेस्ट मैचों 1 हजार से ज्यादा रन बनाए थे। उन्होंने इन मैचों में 248, 59, 309, 101, 223 और 87 रन की पारियां खेली थी, जिसके चलते उनका पर्सनल स्कोर 1027 रन का था।