ये हैं केजरीवाल कैबिनेट के मंत्री, जान लीजिए कौन कितना पढ़ा लिखा और बैकग्राउंड
नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद आज यानि 16 फरवरी 2020 को आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल दिल्ली मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, सत्येंद्र जैन, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम भी शपथ ग्रहण की । केजरीवाल उन सभी छह मंत्रियों को कैबिनेट में रखेंगे जिन्होंने पिछले कार्यकाल में सरकार के साथ काम किया। केजरीवाल के साथ-साथ शपथ लेने वाले इन छह नेताओं की जन्मकुंडली हम आपको बताने जा रहे हैं। इन सभी मंत्रियों के कार्यकाल, कार्यक्षेत्र और शिक्षा फैमिली बैकग्राउंड आदि की जानकारी हम लेकर आए हैं।
Asianet News Hindi | Published : Feb 16, 2020 5:56 AM IST / Updated: Feb 16 2020, 12:56 PM IST
अरविंद केजरीवाल ने समाजसेवा से राजनीति में कदम रखा है। आरटीआई आंदोलन की नींव रखने वाले केजरीवाल सिविल सर्विस में अधिकारी रह चुके हैं। अन्ना हजारे के साथ कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्होंने आंदोलन छेड़ा था। दिल्ली में तीसरी बार वे मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं उनके बैकग्राउंड और एजुकेशन से जुड़ी जरूरी बातें आपको जाननी चाहिए।
अरविंद केजरीवाल- देश की राजधानी के सीएम जो तीसरी बार मुख्यमंत्री बन गए हैं। अरविंद केजरीवा के एजुकेशन की बात करें तो उन्होंने आईआईटी की है। इसके अलावा सिविल सर्विस पास कर वे आईआरएस अधिकारी के पद पर कार्य कर चुके हैं। नई दिल्ली से उन्होंने प्रचंड जीत हासिल कर भाजपा के सुनील कुमार यादव को 21697 मतों से हराया। केजरीवाल पिछली बार मुख्यमंत्री रहे और जल विभाग भी इनके पास था उन्होंने दिल्ली की जनता को फ्री पानी मुहैया कराया। रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित केजरीवाल काम पर वोट का नारा देकर दिल्ली में जीते हैं।
मनीष सिसोदिया- दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अरविंद केजरीवाल के राइट हैंड कहे जाते हैं। शिक्षा के अलावा, सिसोदिया ने कला, संस्कृति और भाषाओं के साथ-साथ वित्त, योजना, पर्यटन, भूमि और भवन, सतर्कता, सेवा, महिला और बाल विकास के लिए महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली है। सिसोदिया की एजुकेशन की बात करें तो उन्होंने डिप्लोमा इन जर्नलिज्म किया है और पत्रकारिता में शानदार करियर भी रहा है।उन्होंने पटपड़गंज क्षेत्र से जीत हासिल की और भाजपा के रविंद्र सिंह नेगी को 3,207 मतों से हराया। पिछली सरकार में शिक्षा व वित्त विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके सिसोदिया पार्टी के मजबूत नेता हैं।
सत्येंद्र जैन- सत्येंद्र जैन को AAP के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मोहल्ला क्लीनिक कार्यक्रम का श्रेय दिया जाता है। सत्येंद्र जैन के पास स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, सार्वजनिक निर्माण विभाग, गृह और शहरी विकास के विभागों को बनाए रखने की संभावना है। शिक्षा की बात करें तो जैन ने बैचलर इन आर्किटेक्ट किया हुआ है। उन्होंने शकूरबस्ती क्षेत्र से जीत हासिल की और भाजपा के एससी वत्स को 7592 मतों से हराया। पिछली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली व पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे जैन ने मॉडल के तौर पर मोहल्ला क्लीनिक समेत स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया और अब मोहल्ला क्लीनिक का पूरी दिल्ली में विस्तार करने की जिम्मेदारी है।
गोपाल राय केजरीवाल विश्वासपात्र नेता गोपाल राय एलएलबी की पढ़ाई कर चुके हैं। उन्होंने बाबरपुर से भाजपा के नरेश गौड़ को 33,204 मतों से हराकर जीत हासिल की। पिछली सरकार में श्रम व विकास मंत्री रहे हैं। उनके पास सामान्य प्रशासन विभाग, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण और श्रम का प्रभार संभालने के अलावा ग्रामीण विकास विभाग था। राय आम आदमी पार्टी की दिल्ली राज्य इकाई के संयोजक भी हैं। आने वाले समय में मजदूरों को न्यूनतम वेतन कानून क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी उन पर है। दिल्ली देहात के गांवों के विकास के साथ मंडियों की बुनियादी सुविधाएं बेहतर करना भी उनके कांधे पर है।
इमरान हुसैन- केजरीवाल के मंत्रिमंडल में एक और मजबूत नेता है इमरान हुसैन। हुसैन को आप कार्यकाल के दौरान राजधानी में पर्यावरणीय मानदंडों को लागू करने का श्रेय दिया जाता है। वे पर्यावरण और वन, खाद्य और आपूर्ति का प्रभार संभाल चुके हैं। इमरान हुसैन के एजुकेशन बैकग्राउंड की बात करें तो उन्होंने बीबीएस (बिजनेस स्टडी) किया है। बल्लीमारान से जीत हासिल कर ने मंत्रीमंडल पहुंचे हैं। पिछली सरकार में खाद्य व आपूर्ति मंत्री रहे हुसैन ने सरकारी राशन वितरण की गड़बड़ियों को दूर कर फर्जी राशनकार्ड पर कार्रवाई का श्रेय लिया। अगले पांच सालों में राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया को बेहतर करना उनकी जिम्मेदारी है।
राजेंद्र गौतम- अरविंद केजरीवाल की कैबिनेट में एलएलबी कर चुके एक और नेता भी हैं जिनका नाम है राजेंद्र पाल गौतम। सीमापुरी क्षेत्र से जीत हासिल कर मंत्रीमंडल में पहुंचे गौतम एक वकील रहे हैं उन्होंने 2014 में आम आदमी पार्टी में ज्वाइन की थी। गौतम AAP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य भी हैं। वह एससी और एसटी, गुरुद्वारा चुनाव, जल और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार के साथ समाज कल्याण विभाग के प्रभारी थे। पिछली सरकार में समाज कल्याण मंत्री रहे गौतम पर प्रोफेशनल कोर्स के लिए गरीब बच्चों को कोचिंग की सुविधा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री जय भीम योजना का श्रेय दिया जाता है। अगले पांच सालों में उनपर सफाई कर्मियों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस करवाने की जिम्मेदारी रहेगी।
कैलाश गहलोत- दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कैलाश गहलोत के एजुकेशन बैकग्राउंड की बात करें तो उन्होंने एलएलएम किया हुआ है। वे वकालत की कर चुके हैं। नजफगढ़ क्षेत्र से उन्होंने जीत हासिल की और भाजपा के अजित सिंह खरखरी को भारी मतों से हराया। पिछली सरकार में परिवहन व पर्यावरण मंत्री रहे हैं। इसके अलावा गहलोत राजस्व, कानून, न्याय और विधायी मामलों, सूचना और प्रौद्योगिकी और प्रशासनिक सुधार के विभागों की देखभाल करते थे। दिल्ली के वायु प्रदूषण में 25 फीसदी की कमी और बसों में महिलाओं का सफर मुफ्त करने से जुड़ी योजना लागू करने का श्रेय उनको जाता है।