स्व सहायता समूहों से बाचतीत के साथ मोदी ने सम्मेलन में कहा- बेटियां कोख में ही ना मारी जाएं, वो जन्म लें, इसके लिए हमने‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'अभियान के माध्यम से समाज की चेतना को जगाने का प्रयास किया। आज परिणाम ये है कि देश के अनेक राज्यों में बेटियों की संख्या में बहुत वृद्धि हुई है। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं नारे लगाती रहीं।