19 अप्रैल तक लॉकडाउन या फिर मास्क पहनने से हो रहें बेहोश...ऐसे 5 झूठे मैसेज कर सकते हैं परेशान, जानें सच
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच कई फेक मैसेज वायरल हो रहे हैं। ये मैसेज शायद आप तक भी पहुंचे हो। मैसेज पढ़कर लोगों में एक डर भी बना हुआ है। ऐसे में हम कोरोना से जुड़े ऐसे में 5 फेक वायरल मैसेज और उसका सच बताते हैं।
सोशल मीडिया पर एक बड़ा झूठ ये बोला जा रहा है कि WHO ने कहा है कि भारत में आने वाले 72 से 108 घंटे बहुत भारी होने वाले हैं। इस दौरान 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत होगी। यह मैसेज पूरी तरह झूठ है। खुद WHO ने कहा कि उनकी तरफ से ऐसा कोई मैसेज नहीं जारी किया गया है।
दावा- एक Morphed तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार द्वारा 9 से 19 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया जाएगा। सच- यह दावा फर्जी है। भारत सरकार ने लॉकडाउन के संबंध में ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है। ऐसी भ्रामक तस्वीरों या संदेशों को गलत संदर्भ में साझा न करें।
दावा- WhatsApp पर एक ऑडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकारी अस्पताल में बांटें जा रहे मुफ्त मास्क से लोग बेहोश हो रहे हैं और उन्हें कोविड वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है सच- ये मैसेज पूरी तरह से गलत है। ऐसे किसी मैसेज को शेयर करने से पहले उसके तथ्यों की जांच कर लें।
दावा- कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार ने कहा है कि कुंभ मेला कोविड का सुपर स्प्रेडर बन सकता है। सच- ये पूरी तरह से गलत है। कहीं पर भी ऐसा कोई बयान नहीं आया है।
दावा- एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि COVID19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए WHO की तरफ से भारत को चेतावनी दी गई है। सच- यह दावा फर्जी है। WHO ने ऐसी कोई भी चेतावनी नहीं दी है। ऐसी खबर को बिना जांच किए फॉरवर्ड नहीं करना चाहिए। खुद WHO ने इस बात की पुष्टि की है।
दावा- सोशल मीडिया पर फेक मैसेज चल रहा है जिसमें दावा किया गया है कि Coronavirus पर जोक पोस्ट करने वाले एडमिन और ग्रुप मेंबर्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, इसलिए ग्रुप एडमिन को 2 दिन के लिए ग्रुप को बंद कर देना चाहिए। सच- सरकार ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है। ये मैसेज पूरी तरह से झूठ है।