हरिद्वार महाकुंभ के नाम पर इस फोटो के जरिए बोला जा रहा बड़ा झूठ, जान लें क्या है इस वायरल मैसेज का सच?

देश में कोरोना महामारी के बीच सोशल मीडिया पर कई फेक पोस्ट और फोटोज वायरल हो रही हैं। इन्हीं में से एक है हरिद्वार में महाकुंभ मेले को लेकर की गई पोस्ट। हरिद्वार में 1 अप्रैल 2021 को कोरोना गाइडलाइंस के साथ महाकुंभ की शुरुआत हुई। ऐसे में एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि महाकुंभ में नियमों को ताक पर रखकर लोगों की भयंकर भीड़ लगी हुई है। हालांकि यह दावा झूठा है।
 

Asianet News Hindi | Published : Apr 10, 2021 12:50 PM IST

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हरिद्वार महाकुंभ के नाम पर इस फोटो के जरिए बोला जा रहा बड़ा झूठ, जान लें क्या है इस वायरल मैसेज का सच?

वायरल पोस्ट में क्या है?
वायरल पोस्ट में फोटो के साथ लिखा गया है कि यह भारत का कुंभ मेला है। दुनिया में कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट। साथ में ये भी दावा किया जा रहा है कि इससे कोरोना खत्म हो जाएगा। फेसबुक पर मजाकिया अंदाज में कहा गया कि कुंभ मेले में कोरोना का प्रतिबंध। 
 

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वायरल पोस्ट का सच क्या है?
वायरल पोस्ट की पड़ताल करने पर कुछ और ही जानकारी सामने आई। वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करके जांच करने पर पता चला कि वह साल 2019 की तस्वीर है। इस तस्वीर को कुंभ मेले की ऑफिशियल  वेबसाइट kumbh.gov.in पर डाला गया है। 
 

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प्रयागराज कुंभ 2019 की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, फोटो का टाइटल है शाही स्नान। रिपोर्ट के मुताबिक, शाही स्नान कुंभ मेले का हिस्सा है, जिसमें हिंदुओं की काफी आस्था है। 
 

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कुंभ 2019 में शाही स्नान 15 जनवरी को शुरू हुआ। साधुओं ने प्रयाग त्रिवेणी संगम में तीन नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती के मिलन बिंदुओं पर डुबकी लगाई।
 

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साल 2021 के हरिद्वार महाकुंभ में कोरोना नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। उत्तराखंड सरकार ने कुंभ मेले में जाने वाले भक्तों के लिए आरटी-पीसीआर रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य कर दिया है। शाही स्नान 12, 13,14, 21 और 27 अप्रैल को होने वाला है।
 

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निष्कर्ष
पूरी पड़ताल से साफ हो गया कि सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही तस्वीर 2 साल पुरानी है। उसका हरिद्वार महाकुंभ से कोई संबंध नहीं है।  
 

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