फैक्ट चेक
वायरल मैसेज में दावा है कि गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों के प्रमुख सचिवों को स्कूल खोलने के लिए पत्र भी लिखा है। दावे से जुड़े अलग-अलग कीवर्ड्स को सर्च करने पर हमें दिप्रिंट वेबसाइट की एक खबर मिली। इसके अनुसार सभी राज्य के प्रमुख सचिवों को पत्र लिखे जाने वाली बात सही है। लेकिन, यह पत्र गृह मंत्रालय ने नहीं एमएचआरडी ने लिखा है। और यह पत्र स्कूल खोलने के लिए नहीं है। बल्कि स्कूल खोलने को लेकर पैरेंट्स की राय जानने के लिए है। पैरेंट्स से पूछा जाएगा कि उनके अनुसार स्कूलों का कब खुलना सही रहेगा? अगस्त, सितंबर या फिर अक्टूबर। पैरेंट्स की राय लेने के बाद सरकार स्कूल खोलने को लेकर अंतिम निर्णय लेगी। दिप्रिंट की इस खबर से ही काफी हद तक वायरल दावा फर्जी साबित हो गया।
हमने गृह मंत्रालय की ऑफिशियल वेबसाइट पर यह चेक किया कि स्कूल खोलने से जुड़ा कोई आदेश है या नहीं। 20 मई, 2020 का एक आदेश हमें मिला। जिसमें कुछ शर्तों के साथ 10वीं औऱ 12वीं के बोर्ड एग्जाम आयोजित कराने की अनुमति दी गई थी। न की स्कूल खोलने की। हालांकि बाद में जून के महीने तक कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा बढ़ने के चलते CBSE ने खुद ही बचे हुए पेपर न लेने का फैसला कर लिया था।