फैक्ट चेक
हमने तस्वीर की सच्चाई जानने कुछ पड़ताल शुरू की। सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा। काफी ढूंढने के बाद हमें बिना क्रॉप हुई यह तस्वीर रानु शंकर नामक यूजर के फेसबुक वॉल पर दो साल पहले अपलोड की हुई मिली। शंकर ने यह तस्वीर 8 मार्च 2018 को पोस्ट की थी, लेकिन उन्होंने तस्वीर के साथ कुछ भी नहीं लिखा था।
रानु शंकर मुजफ्फरपुर के कमलपुरा के रहने वाले हैं और गांधी स्वराज आश्रम नामक संस्थान चलाते हैं। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पारु विधानसभा सीट से जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) से चुनाव भी लड़ा था।