Corona Fact Check. हमारे देश में इतना महंगा है 'कोरोना का टेस्ट', गरीब आदमी को लेना पड़ जाए उधार
नई दिल्ली. कोरोना वायरस से अब तक दुनिया भर में हजारों मौतें हो चुकी हैं और लाखों लोग संकमित बताए जा रहे हैं। चीन में दिसंबर के आखिरी से फैली इस महामारी से लोग दहशत में भी हैं। भारत में कोरोना ने 25 लोगों की जान ले ली है। वहीं 1 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं। ये आकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। भारत सरकार ने कुछ चुनिंदा अस्पतालों में कोरोना के टेस्ट की सुविधाएं दी हैं। कोरोना का टेस्ट सभी का नहीं हो सकता ये गंभीर लक्षण दिखने वालों के लिए ही संभव है। अब बात आती है कि कोरोना के टेस्ट का खर्च कितना है? सोशल मीडिया पर बाकी देशों के मुकाबले भारत में कोरोना का टेस्ट काफी महंगा बताया जा रहा है। फैक्ट चेकिंग में आइए जानते हैं भारत में कोरोना टेस्ट की कीमत कितनी है?
Asianet News Hindi | Published : Mar 30, 2020 12:15 PM IST / Updated: Mar 31 2020, 01:32 PM IST
इसी बीच फेसबुक पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि अन्य देशों में तो कोरोना वायरस परीक्षण नि:शुल्क या मामूली शुल्क पर किया जाता है, लेकिन भारत में परीक्षण की लागत बहुत ज्यादा है। लोग इस पोस्ट को धड़ाधड़ शेयर कर रहे हैं। जहां देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है ऐसे में इस बीमारी के टेस्ट को लेकर भी लोग जागरूक नजर आ रहे हैं।
वायरल पोस्ट क्या है? फेसबुक यूजर “Rohit Rai Jain” ने हिंदी में एक पोस्ट लिखी है, “चीन अमरीका पूरे यूरोप में ईरान श्रीलंका में कोरोना टेस्ट फ्री में,बंगलादेश 300 में,पाकिस्तान 500 में,भारत 4500 रुपये में, बजाओ थाली।” ये पोस्ट 40-45 हजार से ज्यादा बार शेयर की जा चुकी है और हजार से ज्यादा बार लाइक की गई है।
क्या दावा किया जा रहा? दावा किया जा रहा है कि भारत में कोरोना टेस्ट काफी मंहगा है। चीन, अमेरिका, ईरान श्रीलंका यहां तक की पाकिस्तान में भी कोरोना टेस्ट मामूली रकम में हो जा रहा है लेकिन भारत में कोरोना टेस्ट के 4 हजार 500 रुपये वसूले जा रहे हैं। आम आदमी अगर कोरोना से बीमार होता है तो उसको इलाज के लिए ही नहीं बल्कि इसका टेस्ट करवाने में ही उधार लेना पड़ेगा।
दावे की सच्चाई क्या है? इस टेस्ट के वायरल होने के बाद हमने इसकी जांच-पड़ताल की। हमने ये भी जानने की कोशिश की बाकि देशों में कोरोना के टेस्ट का खर्च कितना है। जानकारी ये निकलकर सामने आई कि भारत में सरकारी अस्पतालों और परीक्षण केंद्रों पर कोरोना वायरस का टेस्ट मुफ्त में हो रहा है। सिर्फ निजी अस्पतालों में टेस्ट कराने पर 4,500 फीस ली जा रही है।
हाल ही में सरकार ने दबाव को कम करने के लिए अब NABL- मान्यता प्राप्त निजी प्रयोगशालाओं को भी परीक्षण करने की अनुमति दी है लेकिन इन प्राइवेट प्रयोगशालाओं में इसके लिए 4500 रुपये से अधिक का चार्ज देना पड़ेगा। ये सच है कि कोरोना टेस्ट की कीमत वाकई ज्यादा है इससे गरीब की जेब पर ज्यादा असर पड़ेगा।
बहरहाल हम आपको बता दें कि पोस्ट में जो दूसरे देशों के बारे में दावा है किया गया है वो गलत है। पोस्ट में जिन देशों का जिक्र है उनमें से कुछ में कोरोना वायरस टेस्ट का खर्च भारत के बराबर या उससे कहीं ज्यादा है।
हम आपको बता दें कि चीन में जब कोरोना वायरस सामने आया, तब वहां टेस्टिंग किट फ्री में उपलब्ध नहीं थी। चीन की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में कोरोना वायरस टेस्ट की कीमत कथित तौर पर 370 युआन (US$53) है जो कि भारतीय कीमत के हिसाब से 4000 रुपये हुआ।
अमेरिका और यूरोप, दोनों जगह कोरोना वायरस की टेस्टिंग किट की किल्लत चल रही है। हाल ही में अमेरिका में परीक्षण की फीस इस पर निर्भर करती है कि किसी के पास इंश्योरेंस पॉलिसी कौन सी है। अमेरिकी मेडिकेयर ने COVID-19 परीक्षणों की कीमतें जारी जिसके मुताबिक, परीक्षणों के लिए फीस $35.92 यानी 2,729 रुपये और अन्य सभी व्यासायिक परीक्षणों के लिए $51.33 यानी 3,900 रुपये है।
एक खबर के मुताबिक, श्रीलंका की सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों को अनुमति दी है कि वे अधिकतम 6000 रुपये में कोरोना वायरस का टेस्ट कर सकते हैं। वहीं बांग्लादेश सरकार ने इस महामारी से निपटने के लिए स्थानीय स्तर पर विकसित कम लागत वाले कोरोना वायरस (कोविड -19) परीक्षण किट के उत्पादन को मंजूरी दी। इस परीक्षण किट की कीमत 300 रुपये से कम होगी।
बात करें पड़ोसी देश पाकिस्तान की तो यहां सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस का टेस्ट मुफ्त है। हालांकि निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं में टेस्ट की फीस देनी पड़ेगी। इस तरह स्पष्ट है कि वायरल पोस्ट में कोरोना वायरस के टेस्ट की कीमत के बारे में भारत और अन्य देशों को लेकर किया गया दावा भ्रामक है।