एक के बाद एक धड़ाधड़ गिर रहे कोरोना वायरस के मरीज; जानें आखिर क्या है इस वायरल फोटो का सच
नई दिल्ली. चीन के वुहान शहर में जानलेवा कोरोना वायरस से महामारी जैसी स्थिति हो गई है। यहां लगातार संक्रमित मरीज और मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। सराकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 425 लोगों की मौत हो चुकी है। इस महामारी का अभी तक कोई इलाज या दवा नहीं पता चल पाई है। चीन के वैज्ञानिक कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। चीन में लगातार बढ़ती मौतों की संख्या के बीच सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस के मरीजों से जुड़ी एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस फोटो में बहुत सारे लोग जमीन पर पड़े हुए हैं। फेसबुक पर वायरल इस फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि, चीन में कोरोना वायरस के मरीज एक के बाद करके जमीन पर गिर रहे हैं। इस फोटो को देख लोगों का दिल दहल जा रहा है। पर क्या वाकई ये तस्वीर चीन की है ? आइए हम आपको इस फोटो और दावे से जुड़ी सच्चाई बताते हैं?
Asianet News Hindi | Published : Feb 7, 2020 7:56 AM IST / Updated: Feb 07 2020, 04:01 PM IST
सोशल मीडिया पर इस कोरोना वायरस से जुड़ी हर रोज नई-नई तस्वीरें वायरल हो रही हैं। चीन में इसके मरीज लगातार दम तोड़ रहे हैं। ऐसे में फेसबुक पर इस तस्वीर ने कोहराम मचाया हुआ है। ये फोटो देख लोग हैरान हैं कि ऐसे तो हजारों की तादाद में लोग चीन में मर रहे होंगे? कोरोना वायरस के प्रकोप का नजारे के तौर पर ये फोटो जमकर शेयर की जा रही है। जानिए कहां और कैसे सामने आई ये फोटो?
फेसबुक यूजर अम्बुज प्रताप सिंह ने इस फोटो को शेयर करके भारतीयों को आगाह किया। उन्होंने लिखा कोरानावायरस भारत आ चुका है। इससे बचने के लिए आपको कुछ जरूरी उपाय करने चाहिए। इसके साथ कुछ सावधानियां पोस्ट में बताई गई हैं और साथ चेतावनी दी गई है कि अगर आपने ऐसा नहीं किया तो आप लोग भी ऐसे ही मरेंगे जैसे चीन में लोग मर रहे हैं। चेतावनी के साथ तस्वीर को इंगित किया गया है।
फोटो के साथ ये दावा किया जा रहा है कि, चीन के वुहान शहर सहित हर जगह लोग कोराना वायरस के संपर्क में आते ही ऐसे बीमार होकर गिर रहे हैं। सैकड़ों मरीज जमीन पर गिरे पड़े हैं। हालांकि इस तस्वीर की सच्चाई कुछ और ही है।
दरअसल सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस के प्रकोप के दावे के साथ वायरल हो रही ये फोटो सच है लेकिन किसी भी तरह से चीन से जुड़ी नहीं है। हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च में पाया कि वायरल इमेज 2014 की है। हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, जर्मन शहर फ्रैंकफर्ट में काट्ज़बैक "नाज़ी एकाग्रता शिविर के 528 पीड़ितों की याद में एक आर्ट इवेंट का आयोजन किया गया था। जिसमें हिस्सा लेने वाले लोग पीड़ितों की याद में जमीन पर लोट गए थे।" ये उसी इवेंट की तस्वीर है जिसे दुनिया भर में काफी पसंद किया गया था अब इसी फोटो को कोरोना वायरस से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।
वायरल की जा रही तस्वीर चीन की नहीं है और चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही हैं। चीन के वुहान शहर में 10 दिन के अंदर नया अस्पताल बनाया गया है जिसमें संक्रमित लोगों का इलाज चल रहा है। बाकी मरीज अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं, वे इलाज के दौरान रिकवरी होने पर किताब पढ़ते और ठीक होते नजर आ रहे हैं। ऐसी किसी भी फर्जी और भड़काऊ पोस्ट और तस्वीर, वीडियो पर आंख बंदकर भरोसा करने से बचें।