क्रिकेट मैदान पर दानिश कनेरिया को जबरन पढ़ाई गई नमाज, क्या है इस वायरल फोटो का सच?
नई दिल्ली. पाकिस्तान के क्रिकेटर दानिश कनेरिया लगातार चर्चा में हैं। हिंदू समुदाय से होने के कारण दानिश को पाक क्रिकेट टीम में भेदभाव का सामना करना पड़ा। बाकि खिलाड़ी दानिश के साथ खाना खाना और बात करने से करताते थे। अब इसी बीच सोशल मीडिया पर दानिश कनेरिया के नमाज पढ़ने की फोटो जमकर वायरल हो रही है।
Asianet News Hindi | Published : Jan 1, 2020 8:58 AM IST / Updated: Jan 01 2020, 02:52 PM IST
एक बीजेपी प्रवक्ता ने दावा किया है कि, दानिश को पाक टीम में जबरन नमाज पढ़ने को मजबूर किया गया था।
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय प्रभारी प्रीति गांधी ने पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की नमाज अदा करते हुए एक तस्वीर ट्वीट की। उन्होंने लिखा, “इंजमाम-उल-हक की कप्तानी के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट टीम की तस्वीर। हिंदू दानिश कनेरिया और ईसाई यूसुफ यूहाना को नमाज अदा करने के लिए कहा गया। #IndiaSupportsCAA"
ट्विटर पर वायरल हो रही इस तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि, इंजमाम-उल-हक की कप्तानी के दौरान एक ईसाई खिलाड़ी और हिंदू खिलाड़ी को भी नमाज पढ़ने को मजबूर होना पड़ा था। पाकिस्तान में अलप्संख्यकों के साथ ऐसी कट्टरता बरती जाती है। ये पूरा मामला भारत में सीएए संशोधित नागरिकता कानून के मद्देनजर लिखा गया है। इससे पहले पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर एक शो में दानिश कनेरिया के साथ पाक टीम में भेदभाव का खुलासा किया था। हालांकि बाद में वो अपने बयान से मुकर गए थे।
अब बात आती है वायरल हो रही इस तस्वीर की। क्या वाकई इस तस्वीर के साथ जो दावा किया जा रहा वो सच है? तो हम आपको बता दें कि नहीं ये सच नहीं है। तस्वीर में (बाएं से दाएं) अब्दुल रऊफ, इंजमाम-उल-हक, मोहम्मद यूसुफ (पूर्व में यूसुफ योहाना), कामरान अकमल और उमर गुल जैसे खिलाड़ी हैं। इस फोटो में कहीं भी दानिश कनेरिया नहीं है। ऐसे में जो दावा किया जा रहा है वो पूरी तरह गलत है। दरअसल गूग रिवर्स सर्च इमेज में हमने पाया कि ये तस्वीर 2006 की है। अब्दुल रऊफ पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के तत्कालीन फिजियोथेरेपिस्ट थे, जो फोटो में सबसे पहले नजर आ रहे हैं। वहीं मोहम्मद युसुफ इस्लाम कुबूल कर चुके थे। इसलिए वह कलमा पढ़ने की मुद्रा में नजर आ रहे हैं।
वायरल हो रही ये तस्वीर असली है लेकिन दावा गलता है। दानिश कनेरिया को जबरन नमाज पढ़ाने का दावा गलता है, तस्वीर में कनेरिया मौजूद ही नहीं है। जिस शख्स को कनेरिया कहा जा रहा है अब्दुल रऊफ हैं।