पाकिस्तान में हिंदू बहनों को जानवरों जैसे दौड़ाकर पीटा...लेकिन होश उड़ा देगा इस वायरल खबर का सच
नई दिल्ली. संशोधित नागरिकता कानून 2019 को लेकर देश के कई हिस्सों में अभी भी विरोध प्रदर्शन जारी है। दिल्ली के शाहीन बाग में प्रोटेस्ट चल रहा है। इधर सोशल मीडिया पर भी लोग सीएए को लेकर बौराए हुए। इस कानून को लेकर जिसको जैसा मन कर रहा है वैसी कहानी छापने में लगा है। अब फेसबुक और ट्विटर पर महिलाओं की पिटाई का एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो के साथ लोग कहानी बता रहे हैं कि ये वीडियो भैया नागरिकता कानून से जुड़ा है। अब वै केस? वो ऐसे कि पाकिस्तान के पंजाब में हिन्दू बहनों के साथ अत्याचार हो रहा है ऐसे में पीएम मोदी का ये नागरिकता कानून हमारी हिंदू बहनों की रक्षा करेगा।
Asianet News Hindi | Published : Jan 31, 2020 7:44 AM IST / Updated: Jan 31 2020, 01:22 PM IST
तो आइए तनिक जान लेते हैं कि क्या वाकई ये वीडियो दुश्मन देश पाक में हिंदू बहनों की पिटाई का है या फेक न्यूज के ठेकेदार हमारे कान खींच रहे हैं?
ट्विटर, फेसबुक तमाम जगह ये वीडियो शेयर किया हुआ है। गोपाल गोस्वामी नाम के एक ट्विटर, फेसबुक तमाम जगह ये वीडियो शेयर किया हुआ है। गोपाल गोस्वामी नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि, ये लड़कियां पाकिस्तान में हमारी हिंदू बहनें हैं, इनका दर्द समझिए। वहां पाक में एक मुस्लिम युवक इन लड़कियों के साथ बेरहमी से मारपीट कर रहा है। आप देख कर हिल जाएंगे गलती सिर्फ इतनी सी हैं, #हिंदू बहन ने अपने ऊपर हो रहे अत्याचार की रिपोर्ट थाने क्यों की, #CAA मोदीजी इन जैसे बहनों की सुरक्षा के लिए ही लेकर आए हैं!” ट्विटर यूजर ने लिखा कि, ये लड़कियां पाकिस्तान में हमारी हिंदू बहनें हैं, इनका दर्द समझिए। वहां पाक में एक मुस्लिम युवक इन लड़कियों के साथ बेरहमी से मारपीट कर रहा है। आप देख कर हिल जाएंगे गलती सिर्फ इतनी सी हैं, #हिंदू बहन ने अपने ऊपर हो रहे अत्याचार की रिपोर्ट थाने क्यों की, #CAA मोदीजी इन जैसे बहनों की सुरक्षा के लिए ही लेकर आए हैं!”
तो वायरल हो रहे वीडियो के साथ बात यही खत्म नहीं होती दावा ये है कि ये वीडियो पाकिस्तान का है जहां मुस्लिम लड़का हिंदू लड़कियों के साथ मारपीट कर रहा है, उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे में नागरिकता कानून पाकिस्तान में रहे रहे हिंदुओं को यहां नागरिकता देकर उनका भला करेगा। हालांकि वीडियो को लेकर दावे की हवा तब निकल गई जब हमने इसकी फैक्ट चेकिंग की क्योंकि वीडियो पाकिस्तान का तो दूर-दूर तक नहीं है।
सबसे पहली बात ये कि ये वीडियो पाकिस्तान का नहीं अपने ही जम्मू का है। जम्मू पुलिस ने 21 जून, 2018 को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस मामले में हुई गिरफ्तारी के बारे में बताया था। इस वीडियो को इनवीड के जरिये कई की-फ्रेम्स में तोड़ा और उसमें से एक की-फ्रेम को रिर्वस सर्च किया। यूट्यूब पर HW न्यूज हिंदी की एक रिपोर्ट मिली जिसके मुताबिक राजौरी के एसएसपी युगल मन्हास ने इस घटना के बारे में बताया कि, ये दोनों महिलाएं मां-बेटी है और उन्हें मारने वाला व्यक्ति उनका पड़ोसी है, जो पेशे से ड्राइवर है। एक पुरानी घटना को लेकर व्यक्ति ने महिलाओं की पिटाई की थी। हालांकि बाद में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था ये वीडियो पाकिस्तान का नहीं है।
वीडियो को लेकर पूरी पोल खुल चुकी है ये वीडियो पाकिस्तान का नहीं है जम्मू का है। आरोपी गिरफ्तार हो चुका है। मामला भी दो साल पुराना है, बस अब सोशल मीडिया पर इस वीडियो को सांप्रदायिक एंगल देकर सीएए मामले के मद्देनजर शेयर किया जा रहा है। ऐसी अफवहों से लोगों को बचना चाहिए।