फ़ैक्ट-चेक
जांच में हमने पाया कि ये कोलाज तकरीबन 2015 से ही इस दावे के साथ सोशल मीडिया पर चक्कर लगा रहा है। इसके अलावा, वायरल मेसेज में कई तरह के दावे किये गए हैं जिनकी सच्चाई हम बारी-बारी से आपके सामने रखेंगे।
क्या तस्वीरों में दिखाई दे रही घटना को ‘मून हंटर’ कहा जाता है?
इस बारे में सर्च करने पर हमें मालूम हुआ कि आसमान में इस अद्भुत नज़ारे की इस घटना को ‘हंटर्स मून’ कहा जाता है न कि ‘मून हंटर’ आइए आपको बताते हैं कि ‘हंटर्स मून’ हकीकत में क्या है? 3 जून 2015 के ‘यूनिवर्स टुडे’ के आर्टिकल में बताया गया है कि ‘हंटर्स मून’ सर्दी की शुरुआत में यानी कि अक्टूबर महीने में दिखाई देने वाले पूर्ण चांद को कहा जाता है। ‘हंटर्स मून’ आम तौर पर उत्तरी गोलार्ध में देखने को मिलता है। इसके अलावा, ‘हंटर्स मून’ के बाद वाली पूर्णिमा के चांद को ‘हार्वेस्ट मून’ कहा जाता है।
कहानियों के अनुसार ‘हंटर्स मून’ के दिन किसान और शिकारी अपने काम को पूरा करते हैं ताकि वो सर्दियों के लिए खाना जमा कर सकें। इसलिए इस रात के चांद को ‘हंटर्स मून’ कहा जाता है। ‘हंटर्स मून’ और ‘हार्वेस्ट मून’ की रात आम पूर्णिमा की रात से ज़्यादा रोशन होती है।