क्या यह शख्स पुलवामा हमले का शहीद जवान है, जानिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस पोस्ट की सच्चाई
फेक चेकर डेस्क. पिछले साल पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हादसे के एक साल बीतने के बाद पूरे देश ने 14 फरवरी को इन शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी और दुख जताया। वहीं, सोशल मीडिया पर कुछ फेक फोटो भी वायरल हुईं। ऐसी ही एक फोटो सामने आई है, जिसमें नजर आ रहे शख्स को पुलवामा में शहीद हुए जवानों में से एक बताया जा रहा है। जानिए आखिर क्या है इस इस वायरल तस्वीर का सच।
क्या है वायरल पोस्टः कई यूजर्स एक फोटो शेयर कर रहे हैं। इसमें दीवार पर लगी एक व्यक्ति की फोटो को बच्चा निहारता हुआ नजर आ रहा है, जो किसी महिला की गोद में है। फोटो के साथ कैप्शन दिया गया है कि, 'पुलवामा हमले में शहीद हुए अपने पिता को तस्वीर में निहारता उनका बेटा'।
क्या है वायरल पोस्ट की सच्चाईः सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस पोस्ट की जब पड़ताल की गई तो यह दावा फेक साबित हुआ। दरअसल, वायरल तस्वीर में जिस शख्स को पुलवामा का शहीद बताया जा रहा है। वास्तव में वो तेलंगाना का ऑनर किलिंग का शिकार है, जिसकी 2018 में हत्या हुई थी। वहीं, तस्वीर में जो महिला नजर आ रही है, वो उसकी पत्नी है और हाथों में उनका बच्चा है। टाइम्स ऑफ इंडिया के 20 सितंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक, शादी से नाखुश अमृता के पिता ने प्रणय की हत्या कर दी थी क्योंकि वो दूसरे समाज का था। प्रणय की उसकी गर्भवती पत्नी के सामने ही 14 सितंबर 2018 को हत्या कर दी गई थी। 30 जनवरी 2019 को अमृता ने लड़के को जन्म दिया।
क्या निकला नतीजाः मीडिया रिपोर्ट्स की खबरों और वायरल हो रही तस्वीरों की जब पड़ताल की गई तो साफ हुआ कि जिस व्यक्ति को पुलवामा हमले का शहीद बताया गया है, वो ऑनर किलिंग के शिकार हुआ तेलंगाना के युवक की फोटो है। इसके साथ ही पड़ताल के दौरान फेसबुक पर जस्टिस फॉर प्रणय नामक एक पेज भी मिला। दो 18 सितंबर 2018 को क्रिएट किया गया है। जिससे यह साफ होता है कि वायरल की जा रही तस्वीर पुलवामा हमले में हुए शहीद की नहीं है।