इटली में कोरोना वायरस ने मचाई मौत की तबाही, PM के फूट फूटकर रोने का क्या है सच?
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल है। इसमें नजर आ रहे शख्स की आंखों से आंसुओं का गिरना साफ देखा जा सकता है। हिन्दी, मराठी और अंग्रेजी भाषा के अलग-अलग यूजर्स इसे फेसबुक, ट्विटर पर धड़ल्ले से साझा भी कर रहे हैं। साथ में बताया जा रहा है कि रोने वाला शख्स कोई और नहीं इटली के प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंते हैं।
Asianet News Hindi | Published : Mar 23, 2020 5:56 PM IST / Updated: Mar 24 2020, 04:28 PM IST
कहा जा रहा है कि कोंते, कोरोना वायरस (कोविड 19) की महामारी के आगे बेहद असहाय नजर आ रहे हैं और अपने लोगों को मरता हुआ देखने के लिए मजबूर हैं। ये फोटो उन लोगों के लिए चेतावनी के तौर पर साझा की जा रही है जो कोरोना वायरस को बिल्कुल गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
फोटो के साथ क्या लिखा जा रहा है:- 22 मार्च को ट्विटर यूजर महक यादव ने वायरल तस्वीर को साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा, "जिन लोगों को कोरोना वायरस (कोविड-19) मजाक लग रहा है, वो इस तस्वीर को बार-बार गौर से देखें और सीख लें। इटली के प्रधानमंत्री Giuseppe Conte अपने देश में मरती हुई जनता को देखकर रो पड़ें। एक देश का प्रधानमंत्री पॉवर में होने के बावजूद अपनी मरती हुई जनता को देखकर कुछ नहीं कर पा रहा।"
महक की तरह अलग-अलग भाषाओं के यूजर भी कुछ ऐसा ही दावा करते हुए लोगों को कोरोना वायरस के खतरों से आगाह कर रहे हैं। भारत में ट्विटर फेसबुक और वाट्सएप पर ये फोटो खूब वायरल है। बिना फोटो की सच्चाई जाने सोशल मीडिया पर तमाम लोग इसे साझा कर रहे हैं और अपनी संवेदनाएं जाहिर कर रहे हैं।
तस्वीर की सच्चाई क्या है:- लेकिन तस्वीर की सच्चाई और इसके पीछे की कहानी वायरल दावों से बिल्कुल अलग है। दरअसल, ये तस्वीर इटली के प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंते की है ही नहीं। गूगल इमेज सर्च में इस तस्वीर की सच्चाई जानी जा सकती है। (फाइल फोटो)
इटैलियन प्रधानमंत्री के नाम पर वायरल की जा रही तस्वीर ब्राजिलियन प्रेसिडेंट जायर बोलोनसरो की है। गूगल सर्च में जायर बोलोनसरो की रोने वाली तस्वीर की जानकारी भी मिलती है। (फाइल फोटो)
बोलोनसरो की रोने वाली तस्वीर दिसंबर 2019 में प्लैनेल्टो पैलेस में थैंक्सगिविंग के दौरान की है। दरअसल, 2018 में इलेक्शन कैम्पेन के दौरान खुद पर छुरे से हुए हमले की घटना को याद कर बोलोनसरो रो पड़े थे। (फाइल फोटो)
सितंबर 2018 में छपी द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक कैम्पेन के दौरान बोलोनसरो पर छुरे से हमला हुआ था जिसमें वो बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। फोटो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। (फाइल फोटो)
कोरोना वायरस की महामारी की वजह से इटली में बड़े पैमाने पर मौतें हुई हैं। चीन में जहां 3,270 मौतें हुई थीं वहीं इटली में ये आंकड़ा 6 हजार से ऊपर जा चुका है। 59000 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं और अब तक 7000 मरीजों को बचाया जा चुका है। पीएम कोंते ने इसे इटली के लिए सबसे मुश्किल वक्त बताया है। कोंते की तस्वीर ऊपर देख सकते हैं।
निष्कर्ष क्या है:- रोने वाली तस्वीर को लेकर किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत है। दोनों तस्वीरों को देखकर या संबन्धित नामों से ट्विटर आधिकारिक हैंडल की प्रोफाइल पिक्चर से भी चेक कर सकते हैं।