फैक्ट चेकिंग
हमने सबसे पहले इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लिया और फिर उसे गूगल रिवर्स इमेज टूल की सहायता से सर्च किया। काफी ढूंढ़ने पर हमें 12 नवंबर 2015 को Taralabalu Jagadguru Brihanmath नाम के एक फेसबुक पेज पर अपलोड की गई यह तस्वीर मिली| इस तस्वीर के डिस्क्रिप्शन में कन्नड़ भाषा में लिखा था “तरलाबलू मठ की हथिनी गोवरी अब नहीं रही।”
ढूंढ़ने पर हमें तरलाबलू मठ की हथिनी की मौत की खबर 13 नवंबर 2015 को kannada.oneindia.com/ पर पब्लिश्ड मिली। फैक्ट चेकिंग में हमने पाया कि हथिनी के अंतिम संस्कार की ये फोटो केरल की नहीं है। वायरल दावा गलत है। असल में यह तस्वीर 2015 की है। वायरल फोटो में दिख रहा अंतिम संस्कार 2015 में श्री तरालबालु जगद्गुरु मठ की एक हथिनी का था। हाल में केरल में मरी गर्भवती हथिनी का नहीं।