Fact Check: चाय में नींबू और बेकिंग सोडा पीने से नहीं मर जाएगा कोरोना, जानें वायरल नुस्खे का सच

नई दिल्ली. भारत में कोरोना के केस लगभग 3 लाख के आस-पास पहुंच चुके हैं। और वहीं मौतों का आंकड़ा 10 हजार को छूने को हैं। इस बीच कोरोना वायरस की वैक्सीन अब भी खोजी नहीं जा सकी है। हालांकि कोरोना वायरस महामारी फैली है तभी से सोशल मीडिया पर इसके लिए घरेलू नुस्खों की भरमार है। इसी तरह का एक नया नुस्खा सामने आया है। फेसबुक और वॉट्सएप पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस के कारण इजरायल में एक भी मौत नहीं हुई है, क्योंकि वे लोग चाय में नींबू और बेकिंग सोडा मिलाकर पी रहे हैं। इस दावे में कहा जा रहा है कि यह मिश्रण कोरोना वायरस को मारता है। 

 

फैक्ट चेकिंग में आइए जानते हैं कि आखिर इस नुस्खे का सच क्या है? 

Asianet News Hindi | Published : Jun 12, 2020 8:00 AM IST / Updated: Jun 12 2020, 01:34 PM IST

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Fact Check: चाय में नींबू और बेकिंग सोडा पीने से नहीं मर जाएगा कोरोना, जानें वायरल नुस्खे का सच

कोरोना के बढ़ते केसों के बीच अब एक नया नुस्खा वायरल हो रहा है। इस नुस्खे के साथ इजराइल में कोरोना से मौत न होने के दावा किया जा रहा है। इससे पहले कोरोना के इलाज में भांग, तुलसी यहां तक की शराब, तम्बाकू तक को उपयोगी बताया जा चुका है। 

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वायरल पोस्ट क्या है?  

 

मारता है और रात को शरीर अम्लीय हो जाता है जिसे यह क्षारीय बनाकर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।” कई फेसबुक यूजर्स ने इसी तरह का कंटेंट शेयर किया है और बहुत से लोग इसे सही मानकर शेयर भी कर रहे हैं।

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दावा:  इजराइल में कोरोना 

 

इस दावे में कहा गया है, “इजरायल में कोविड-19 से कोई मौत नहीं हुई है। अब इजरायल से जानकारी मिली है कि वहां इस वायरस के चलते कोई मौत नहीं हुई है।”

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सच क्या है? 

 

यह सच नहीं है,  जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 9 जून तक कोरोना वायरस की वजह से इजरायल में 298 मौतें हुई हैं और संक्रमण के कुल 18,089 मामले दर्ज हुए हैं।
 

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नींबू और सोडा का नुस्खा 

 

इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि चाय में नींबू और बेकिंग पाउडर मिलाकर पीने से कोरोना वायरस को मारा जा सकता है। नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है और बहुत से लोग मानते हैं कि यह सामान्य सर्दी में फायदेमंद है। लेकिन यह बहस का विषय है कि क्या यह श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाले वायरस के इलाज में भी कारगर है?

 

एक नींबू में करीब 30 मिलीग्राम विटामिन-सी होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, प्रतिदिन 200 मिलीग्राम विटामिन सी की खुराक सामान्य आबादी में आम तौर पर होने वाली सर्दी को कम नहीं करती है। इस अध्ययन के अनुसार, विटामिन सी की खुराक सामान्य सर्दी की अवधि और इस बीमारी की गंभीरता को कम कर सकती है, लेकिन यह तथ्य अब भी वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नहीं है कि नींबू का रस श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाले वायरस को मार सकता है।

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क्या नींबू प्रतिरक्षा प्रणाली को क्षारीय बनाता है?

 

मनुष्य में रक्त की अम्लता (acidity) को उसके पीएच से मापा जाता है. अगर पीएच कम है तो इसका मतलब है कि खून में एसिड ज्यादा है। अगर पीएच ज्यादा है तो इसका मतलब है कि​ खून ज्यादा क्षारीय है। खून में पीएच का स्तर करीब 7.4 होना चाहिए, इस तरह मानव शरीर थोड़ा क्षारीय होता है।

 

इसलिए यह दावा गल​त है कि नींबू प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को क्षारीय बना सकता है। फेक चेक में हमने पाया कि यह दावा गलत है। 9 जून तक इजरायल में कोरोना वायरस के कारण 298 मौतें हो चुकी हैं। इसके अलावा, यह साबित करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि चाय में नींबू और बेकिंग सोडा का मिश्रण मिलाकर पीने से वायरस को मारा जा सकता है।
 

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ये निकला नतीजा

 

जाहिर है कि वायरल पोस्ट में किए गए सभी दावे गलत हैं। कोरोना वायरस के कारण इजरायल में भी मौतें हुई हैं। विटामिन-सी के पूरक के रूप में गर्म पानी या चाय में नींबू का रस लेने से कोरोना वायरस के संक्रमण या प्रसार को प्रभावित नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा, नींबू और सोडियम बाईकार्बोनेट या बेकिंग सोडा के मिश्रण से प्रतिरक्षा प्रणाली का पीएच स्तर नहीं बदलेगा, इसलिए नींबू वाले नुस्खे से कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है, इस नुस्खे का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।

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