होली पर मेड इन चाइना पिचकारियों से खेला रंग तो कोरोना वायरस का खतरा, क्या है वायरल दावे का सच?
नई दिल्ली. कोरोना वायरस का कहर चीन से होकर दुनिया के बाकी कई देशों में फैल चुका है। अब तक 70 देश इसके चपेट में आ चुके हैं जिसमें भारत भी शामिल हो गया है। वायरसे से 3100 लोगों की मौत हो चुकी है और 90 हजार लोग संक्रमित बताए गए। अकेले चीन में अब तक 2943 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में कोरोना वायरस का असर देखने को मिल रहा है। पिछले 2 दिन में भारत में कोरोना के 8 नए मामले सामने आए हैं। कोरोना के कहर को देखते हुए सोशल मीडिया पर भी तमाम तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। इस बीच होली का त्यौहार भीआ रहा है। 9 मार्च को होलिका पूजन है और 10 मार्च को होली रंग खेला जाएगा। होली में चीनी सामानों के इस्तेमाल को लेकर सोशल मीडिया पर चेतावनी दी जा रही हैं। फेसबुक, ट्विटर पर दावा किया जा रहा है कि, चीनी रंगों और मास्क में कोरोना वायरस हो सकता है। फैक्ट चेक में आइए जानते हैं वायरल हो रही इस खबर की पूरी सच्चाई आखिर क्या है......
Asianet News Hindi | Published : Mar 4, 2020 11:47 AM IST / Updated: Mar 24 2020, 04:41 PM IST
होली रंगों को त्यौहार है और पूरे देश में धूमधाम और हुड़दंग से मनाया जाता है। होली पर रंग, अबीर, गुलाल खेला जाता है। बच्चे गुब्बारों में रंग भरकर फेंकते हैं। लोग चेहरे पर फनी मास्क लगाकर जमकर हुड़दंग मचाते हैं।
होली पर रंग, पिचकारी, मास्क ये सब चीनी सामान होते हैं जिन्हें भारत हर साल आयात करता है। पर इस बार चीन में जानलेवा कोरोना वायरस फैला है। कोरोना की वजह से चीनी सामानों की खरीददारी को लेकर लोग सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट और तस्वीरें शेयर कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही इस पोस्ट में एक चेतावनी भरा गुलाबी पर्चा शेयर किया जा रहा है। होली का त्यौहार 9-10 मार्च को है। इसमें चाइनीज़ आइटम जैसे टॉय गन, कलर्स, फेस मास्क, आर्टिफिशियल हेयर का इस्तेमाल किया जाता है। आज, कोरोनवायरस से सैकड़ों-हजारों चीनी प्रभावित हैं।
भारत में, केवल कुछ मामले पाए गए हैं और होली के त्यौहार के मद्देनजर, कृपया अपने परिवार और बच्चों की सुरक्षा के लिए इन चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करें। कृपया स्थानीय डीलरों से कहें कि वे चीन से इन वस्तुओं को खरीदने से बचें। सतर्क रहें, इस संदेश को व्यापक रूप से साझा करें और इसे पूरे भारत में वायरल करें। ”
पोस्ट के साथ न सिर्फ चेतावनी दी जा रही है बल्कि दावा भी किया जा रहा है। होली पर चीनी उत्पादों जैस- रंग, गुब्बारे, फनी मास्क आदि का इस्तेमाल न करें ये कोरोना वायरस से संक्रमिक हो सकते हैं। कुछ यूजर अलर्ट कर रहे हैं कि, चीनी से आयात हुए सामान में कोरोना वायरस हो सकता है जिससे आपके पूरे परिवार की जान को खतरा होगा।
ऐसे में चीन में तो लाखों लोग मर ही रहे हैं हिंदुस्तान में भी कोरोना होली के बाद भयकंर रूप से फैल जाएगा। वहीं मास्क, और चीनी रंगों में कोरोना होने की बात कही जा रही है।
पोस्ट वायरल होने के बाद बहुत से लोग होली पर चीनी सामानों के इस्तेमाल को लेकर घबराए हुए हैं। ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या ये सच है? तो हम आपको बता दें कि, यह दावा पूरी तरह भ्रामक है। एफपी की रिपोर्ट ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के हवाले से चीनी उत्पादों को सुरक्षित बताया है।
उन्होंने 24 फरवरी, 2020 की एक रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें कहा गया कि, WHO के एक चीनी प्रतिनिधि ने कहा कि वायरस वस्तुओं की सतहों पर लंबे समय तक नहीं रहता है, इसलिए यह संभावना नहीं है कि आयातित माल भारत आने पर संक्रामक रहेगा। रंग, खिलौनें, मास्क जैसी चीजों को कोराना संक्रमित नहीं कर सकता है और ने ही इनसे कोई जोखिम की संभावना है।
WHO ने भी अपनी वेबसाइट पर यहां एक ऐसी ही सलाह जारी की है, जिसमें कहा गया है कि चीन से माल आयात करना पूरी तरह सुरक्षित है। इस रिपोर्ट में कहा गया कि, चीन से लोग सामान खरीद रहे हैं और चीनी उत्पादों में कोरोनावायरस का खतरा नहीं है।
साइट पर हैंड ड्राइयर की खरीददारी को लेकर कहा गया कि, "पिछले रिपोर्ट के आधार पर हम कह सकते हैं कि, कोरोना वायरस वस्तुओं पर लंबे समय तक जीवित नहीं रहता है।" इसके अलावा भी कोरोना वायरस को लेकर बहुत सी अफवाहे फैल रही हैं जिन पर भरोसा नहीं करना चााहिए।