Fact Check. जनता कर्फ्यू के दिन कहीं नहीं मिलेगा दूध, कोरोना का कहर देख अमूल ने बंद की दुकानें
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च रविवार को जनता कर्फ्यू लगा दिया है। जनता कर्फ्यू के दिन पूरा देश बंद रहेगा। लोगों को अपने घर में रहने की सख्त हिदायत दी गई है। जरूरी काम न होने पर कामकाजी लोग ही घर से बाहर नहीं निकलेंगे। ऐसे में सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है कि कोरोना वायरस की वजह से देश में कहीं भी दूध नहीं मिलेगा। आइए फैक्ट चेकिंग में जानते हैं कि आखिर मामला क्या है?
Asianet News Hindi | Published : Mar 20, 2020 8:10 AM IST / Updated: Mar 24 2020, 04:36 PM IST
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस मैसेज में लिखा है कि अमूल ने अपने सभी कूलिंग सेटंर्स बंद कर दिए है।
वायरल पोस्ट क्या है? COVID-19 के प्रकोप के मद्देनजर डेयरी कंपनी अमूल के नाम एक नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल रहा है। यह दावा करता है कि कंपनी के सभी चिलिंग स्टेशन 21 मार्च, 2020 से अनिश्चित काल के लिए बंद हो जाएंगे।
पोस्ट में क्या दावा किया जा रहा है? दरअसल 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगा दिया गया है। ऐसे में शहर भर में दुकानें बंद रहेंगी। लोग जरूरी सामाना स्टोर करके रखेंगे। इस बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि 21 मार्च से अमूल के सभी कूलिंग और चिलिंग स्टेशन बंद कर दिए जाएंगे। कब तक बंद रहेंगे ये तय नहीं है लेकिन कोरोना वायरस की वजह से ये फैसला लिया गया है। अमूल के नाम ये नोटिस लोग शेयर कर रहे हैं।
दावे की सच्चाई क्या है? अमूल वेबसाइट पर ऐसी कोई भी सूचना या समाचार में चेतावनी नहीं दी गई है कि कंपनी ने कोरोनावायरस के कारण कूलिंग सेंटर्स बंद करने का फैसला लिया है। इस नोटिस के तेजी से वायरल होने के बाद खुद अमूल के एक अधिकारी ने सूचना को खारिज कर दिया। सहकारी संस्था गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी ने ट्विटर पर जानकारी दी और बताया कि यह नोटिस फर्जी है। अमूल का प्रबंधन GCMMF द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा, '' हमारे कोई भी मिल्क चिलिंग सेंटर या दुकाने बंद नहीं होने जा रही हैं।”
नतीजा- सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर कई तरह की फेक खबरें फैलाई जा रही हैं। इन पर भरोसा करने से बचें।