Published : Mar 16, 2020, 05:48 PM ISTUpdated : Mar 16, 2020, 05:50 PM IST
मुंबई. सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म जैसे ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर स्कूल यूनिफॉर्म में एक बच्ची की तस्वीर काफी वायरल हो रही है। बच्ची की फोटो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि वो महाराष्ट्र की पहली मुस्लिम महिला SP है। फोटो में बच्ची एक सरकारी दफ्तर में कुर्सी पर बैठी और उसके पीछे पुलिस अधिकारियों की पूरी फौज है। फैक्ट चेकिंग में आइए जानते हैं कि इस फोटो के पीछे की सच्चाई क्या है और ये बच्ची कौन है?
फेसबुक पर वायरल हो रहे एक मैसेज में लड़की की तस्वीर शेयर की जा रही है। लोग कह रहे हैं कि उर्दू की तालीम हासिल कर मुस्लिम लड़की पुलिस अफसर बनी है। विशेष समुदाय के लोग गौरव के साथ तस्वीर को व्हाट्सएप फेसबुक पर साझा कर रहे हैं।
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ट्विटर पर सईद मौहम्मद अखतर नाम के यूजर ने ये तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि देखो हिजाबी वाली एसपी देखो, ये महाराष्ट्र की पहली मुस्लिम महिला एसपी।
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फेसबुक पर एक वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया गया। हालांकि वहां लोग सवाल करते दिखे कि ये तो अभी बच्ची है और उसने पुलिस यूनिफॉर्म क्यों नहीं पहना है?
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वायरल होने के बाद हमने इस तस्वीर और वीडियो की जांच-पड़ताल की। गूगल पर सर्च करने के बाद हमें इस तस्वीर से जुड़ी कई खबरें और ट्वीट्स मिले। दरअसल ये तस्वीर महिला दिवस के दिन सामने आई थी। दरअसल 14 साल की शहरीष कंवल को एक दिन के लिए डीएसपी बनाया गया था। महिला सम्मान के लिए ये फैसला महाराष्ट्र के बुलधाना जिले में लिया गया था।
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बच्ची ने महिला दिवस के उपलक्ष्य में ये कार्यभार संभाला। हालांकि वो महाराष्ट्र की पहली मुस्लिम महिला एसपी नहीं बनी है। सोशल मीडिया पर ये दावे और खबरें पूरी तरह फर्जी हैं।