FACT CHECK: कोरोना वायरस से डर गया चीन, जिस इस्लाम पर लगाया था बैन, अब पढ़वा रहा 5 वक्त की नमाज
फेक चेक: चीन में मुसलमानों की कैसी हालत है, ये अब जगजाहिर हो चुका है। भले ही चीन ने कभी भी खुलकर इस बात को नहीं स्वीकारा कि वहां उइगर मुसलमानों के साथ कितनी ज्यादती की जाती है, लेकिन कई मुस्लिमों ने जो चीन की प्रताड़ना से मुक्त हुए, अपने साथ हुई कहानी को मीडिया के साथ शेयर किया। चीन में इस्लाम पर बैन लगाया गया है। वहां मुस्लिमों को कुरान पढ़ने से रोका जाता है। इस बीच अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मुस्लिमों के बीच कुरान बांटा गया और उनसे कुरान पढ़ने को कहा गया। कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस से चीन डर गया है और अब इस्लाम के जरिये खुदा से माफ़ी मांगी जा रही है। लेकिन आपको बता दें कि ये वीडियो पुराना है और इसका कोरोना वायरस से कोई लेना देना नहीं है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 11, 2020 7:27 AM IST / Updated: Mar 24 2020, 04:41 PM IST
वायरल हो रहे वीडियो में एक कमरे में कई चीनी मुसलमान नजर आ रहे हैं।
इनके बीच एक सूटकेस खुलता है, जिसके अंदर कई कुरान रखे थे। सभी लोग कुरान को हाथ में लेकर खुश नजर आ रहे हैं।
इस वीडियो के साथ ये कैप्शन लिखा गया कि चीन में अब मुस्लिमों को पवित्र कुरान पढ़ने की आजादी दे दी गई है।
साथ ही कई लोगों ने इसे शेयर किया। उसमें कहा गया कि चीन में फैले कोरोना वायरस के डर से चीनी सरकार ने मुस्लिमों को कुरान पढ़ने की इजाजत दे दी है।
कुछ लोगों ने इसे शेयर किया और कहा कि अब इस्लाम चीन से कोरोना वायरस खत्म कर देगा।
लेकिन आपको बता दें कि वायरल हो रहे इस वीडियो का कोरोना वायरस से कोई लेना देना नहीं है।
ये वीडयो पहली बार इंटरनेट पर 19 मार्च 2013 में शेयर किया गया था। उसमें बताया गया था कि पहली बार बाइबिल देखने पर लोगों का कैसा रिएक्शन था।
हालांकि, ये पता नहीं चल पाया कि इस वीडियो को कब और कहां बनाया गया था।
2014 में इसी वीडियो को यूट्यूब पर भी शेयर किया गया था। इसे इंटरनेशनल क्रिशचन कंसर्न ने इसे शायर किया था।
वहीं कुछ लोगों का दावा है कि ये वीडियो 1980 में रिकॉर्ड किया गया था।
ऐसे में ये साफ़ है कि इस वीडियो का कोरोना वायरस से कोई लेना देना नहीं है।