पड़ताल
अब हमने उस तस्वीर की सत्यता जांचनी शुरू की। जिसे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर यूके की कंजरवेटिव पार्टी के ऑफिशियल पेज पर 8 दिसंबर., 2019 को की गई एक पोस्ट हमारे सामने आई। इस पोस्ट में वही फोटो है जिसे राम के अभिषेक का बताकर शेयर किया जा रहा है। जाहिर है चूंकि फोटो दिसंबर 2019 की है, इसलिए इसका हाल ही में हुए राम मंदिर शिलान्यास से कोई संबंध नहीं है।
कंजरवेटिव पार्टी के फेसबुक पेज पर फोटो के साथ लिखे कैप्शन का हिंदी अनुवाद है: कल रात बोरिस जॉनसन ने लंदन में प्रीति पटेल के साथ नेसडेन के हिंदू मंदिर का दौरा किया।