फैक्ट चेक
जांच-पड़ताल में हमने पाया कि, वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। ये वीडियो एक साल से ज्यादा पुराना है और दिल्ली पुलिस का है।
फेसबुक पर वीडियो को गलत दावे के साथ हजारों लोग शेयर कर चुके हैं। दरअसल, कुछ लोगों ने इस वीडियो को मौज मस्ती में पोस्ट किया था। हसीं-मजाक करते हुए वीडियो को जमकर शेयर भी किया जा रहा है, लेकिन कई सोशल मीडिया यूजर्स ऐसे भी हैं जो वीडियो से जुड़े दावे को सच समझ रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
खोजने पर हमें ये वीडियो कुछ यूट्यूब चैनल्स पर मिला, जहां पर इसे पिछले साल फरवरी में अपलोड किया गया था। यहां पर ये बात साफ हो जाती है कि ये वीडियो एक साल से ज्यादा पुराना है और इसका विकास दुबे के एनकाउंटर से कोई लेना-देना नहीं है।