हमने इस संबंध में झांसी के एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव ने कहा, ‘यह अफवाह कुछ महीने पहले भी उड़ी थी। इसमें कोई सच्चाई नहीं है।’ हमने यूपी ट्रैफिक पुलिस से संबंधित अधिकारी से बात कर इस वायरल मैसेज के बारे में विस्तार से जानना चाहा। उन्होंने बताया कि ये मैसेज 3-4 महीने पहले भी वायरल हो चुका है। उनके मुताबिक, ‘चोरी के वाहन या बदमाशों द्वारा गाड़ी के इस्तेमाल को रोकने के मुख्य उद्देश्य से ही पुलिस चेकिंग करती है। शाम को अक्सर पुलिस इसी उद्देश्य से नाकेबंदी करके गाड़ियों की चेकिंग करती है। वाहनों के कागजों की चेकिंग का जहां तक सवाल है तो अब सबकुछ मोबाइल फोन से हो जा रहा है। कागज मांगने का औचित्य ही नहीं है।’