फैक्ट चेक
सबसे पहले हमने जरूरी कीवर्ड्स (Toll charges, 12 hour, Nitin Gadkari etc.) की मदद से इस दावे को सर्च किया। हमें पता चला कि ये दावा पहले भी वायरल हो चुका है। हमें 2018 तक की रिपोर्ट मिली, जिनमें इसी दावे का जिक्र किया गया है। उन मीडिया रिपोर्ट्स में भी इस दावे का खंडन किया गया है। पड़ताल के क्रम में हमें पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 28 दिसंबर 2018 को किया गया एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में इसी वायरल मैसेज का जिक्र है और मंत्रालय ने इस मैसेज को गलत बताया है।
मंत्रालय के ट्वीट को यहां देखा जा सकता है: इस ट्वीट में साफ लिखा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हवाले से गलत दावा किया जा रहा है। मंत्रालय ने टोल चार्ज के तबके नियम को भी इस ट्वीट में स्पष्ट किया है। यानी ये मैसेज दो सालों से इसी क्लेम से वायरल हो रहा है।