कोरोना वायरस के मरीज़ों में 2 से 7 दिनों में बुख़ार और अन्य लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इससे ये पता चलता है कि कोरोना वायरस को खून में फैलकर और बुख़ार लाने के लिए कई केसेज़ में सिर्फ़ 2 ही दिन लगते हैं। इस तरह, ये दावा कि कोरोना वायरस को गले से फेफड़ों तक पहुंचने में 4 दिन लगते हैं, ग़लत साबित हो जाता है।
WHO ने जारी बयान में कहा, कोरोना के मरीज को सांस लेने में परेशानी होती है। हालांकि, एक्सपर्ट द्वारा दी गईं गाइडलाइनों का पालन करने पर यह बिना किसी इलाज के ठीक हो सकता है। केवल गंभीर मामलों में ही डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है।