फ़ूड डेस्क: कचौड़ी-सब्जी एक ऐसा कॉम्बिनेशन है जिसे लोग नाश्ते में खाना काफी पसंद करते हैं। खासकर बनारस की कचौड़ी-जलेबी की बात ही कुछ और है। यहां इसे खाने वालों की लंबी लाइन लगती है। बनारस में इस डिश के लिए अलग से एक पूरी गली ही है। कचौड़ी वाली गली में एक के बाद एक आपको कचौड़ी की दुकानें मिलेंगी। इस गली में सुबह पांच बजे से कचौड़ी की दुकानें खुल जाती हैं। इसके बाद 6 बजे से ग्राहक जुटने शुरू हो जाते हैं जो देर रात तक जमे रहते हैं। इस गली के किनारे ही मणिकर्णिका शमशान घाट है। वहां से लाश जलाने के बाद लोग सीधे कचौड़ी-जलेबी खाने आ जाते हैं। इस गली में 24 घंटे दुकानें खुली रहती है। बनारस की शान हैं ये खस्ता कचौड़ी-सब्जी...